हैदराबाद: आज बुधवार 22 मई के दिन वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि है. रुद्र द्वारा शासित होती है, भगवान शिव का एक प्राचीन और उग्र रूप है. इस दिन की ऊर्जा से भगवान की पूजा करने सबसे अच्छा होता है. वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती के रूप में मनाया जाता है, आज छिन्नमस्ता जयंती भी है. Narasingha Jayanti के दिन रवि योग भी बन रहा है.
यात्रा और बागवानी के लिए अच्छा है नक्षत्र : Narasimha Jayanti के दिन चंद्रमा तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में रहेगा. यह नक्षत्र तुला राशि में 6:40 से 20:00 डिग्री तक फैला है. इसका शासक ग्रह राहु है और देवता वायु. यह अस्थायी प्रकृति का नक्षत्र है, लेकिन यात्रा करने, नया वाहन प्राप्त करने, बागवानी करने, जुलूसों में जाने, खरीदारी करने, दोस्तों से मिलने और अस्थायी प्रकृति की किसी भी चीज के लिए इसे उपयुक्त माना जाता है.
शुभ मुहूर्त : द्रिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष नरसिंह (नरसिम्हा) जयंती 22 मई को है. चतुर्दशी तिथि 21 मई को शाम 5:39 बजे शुरू होकर 22 मई की शाम 6:47 बजे समाप्त होगी. Narasingha Jayanti के लिए शाम की पूजा का शुभ समय शाम 4:07 बजे शुरू होगा और शाम 6:43 बजे समाप्त होगा. माना जाता है कि आज ही के दिन भगवान विष्णु के नरसिंह (नृसिंह) अवतार ने हिरण्यकश्यप का वध किया था और भक्त प्रह्लाद को बचाया था. |