हैदराबाद :आज 5 जुलाई शुक्रवार के दिन आषाढ़ महीने की अमावस्या तिथि है. इसे अंधकार का दिन कहा जाता है. माता काली इस दिन पर शासन करती हैं. ध्यान करने, लोगों को दान करने और जानवरों को खिलाने के साथ पूर्वजों की पूजा करने का सबसे अच्छा दिन है. इस दिन विवाह समारोह या कोई नई शुरुआत नहीं करनी चाहिए. नई शुरुआत के लिए चंद्रोदय की प्रतीक्षा करें. आज दर्श अमावस्या है. आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. अमावस्या तिथि 6 जुलाई की सुबह 04.26 बजे तक है.
इस नक्षत्र में यात्रा और खरीदारी से बचें: आज के दिन चंद्रमा मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में रहेगा. यह नक्षत्र मिथुन राशि में 6:40 से लेकर 20:00 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके अधिष्ठाता देवता रुद्र हैं और इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह राहु है. दुश्मनों से लड़ने, विष संबंधी काम करने,आत्माओं का आह्वान करने, किसी कार्य से खुद को अलग करने या खंडहर गिराने के अलावा बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद पाने के लिए यह नक्षत्र अच्छा माना जाता है. हालांकि यात्रा और खरीदारी से इस नक्षत्र में बचना चाहिए.
अमावस्या कब है : पंडित रामराज कौशिक ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ अमावस्या का आरंभ 5 जुलाई को सुबह 4:57 पर हो रहा है. जबकि इसका समापन 6 जुलाई को सुबह 4:26 पर होगा. हिंदू धर्म में व्रत-त्यौहार को उदय तिथि के साथ मनाया जाता है. इसलिए आषाढ़ अमावस्या को 5 जुलाई के दिन है.