हैदराबाद :आज 17 अगस्त शनिवार के दिन श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि है. भगवान विष्णु के द्वारा इस तिथि का नियंत्रण होता है. नई योजना बनाने, रणनीति विकसित करने, धन दान करने और उपवास करने के लिए अच्छा दिन माना जाता है. आज श्रावण पुत्रदा एकादशी का पारण है. आज प्रदोष व्रत और शनि त्रयोदशी भी है. आज द्वादशी तिथि सुबह 08.05 बजे तक ही है. इसके बाद त्रयोदशी तिथि लग रही है जो 18 अगस्त की सुबह 05.51 बजे तक है.
द्रिक पंचांग के अनुसार श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 17 अगस्त को दोपहर 8:5 पर प्रारंभ हो जाएगी, जो अगले दिन 2 अगस्त को सुबह 5:51 पर समाप्त होगी. ऐसे में आज शनि प्रदोष व्रत किया जा सकता है. इस दिन शाम 6:50 से लेकर रात्रि 9:15 (स्थानीय सूर्यास्त के अनुसार अलग हो सकता है ) तक प्रदोष काल की पूजा का मुहूर्त है.
शनि देव से शांति के उपाय
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा विधि-विधान से करने के बाद शनि की शांति के लिए उपाय करें. भगवान शिव की पूजा के बाद एक लोटा जल में तिल. उड़द, चावल लें और किसी पीपल वृक्ष के पास जाकर उसे अर्पित करें और वहां एक दीपक जलाएं, तो शनि देव से शांति व आशीर्वाद मिलता है.
बड़े काम की तैयारी के लिए शुभ है नक्षत्र : आज के दिन चंद्रमा धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र धनु राशि में 13:20 से लेकर 26:40 तक फैला है. इसके शासक ग्रह शुक्र और देवता वरुण हैं. पूर्वाषाढ़ का मतलब होता है, विजय से पूर्व. इस नक्षत्र में किसी भी बड़े काम की तैयारी करना अच्छा रहता है. इस नक्षत्र में माता लक्ष्मी की पूजा करना शुभ होता है.