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क्या रूस का हमला बदल देगा यूरोप में सुरक्षा के समीकरण, जानें कितना खतरनाक होता है ICB मिसाइल, अब यूक्रेन के पास क्या है रास्ता

रूस ने यूक्रेनी शहर द्निप्रो पर एक हाइपरसोनिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी. 33 महीने से रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है.

EXPERIMENTAL BALLISTIC MISSILE
यूक्रेनी आपातकालीन सेवाओं द्वारा प्रदान की गई इस तस्वीर में, बचावकर्मी यूक्रेन के नीपर में रूसी हमले से क्षतिग्रस्त एक जलते हुए घर की आग बुझाते हुए दिखाई दे रहे हैं. (AP)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 22, 2024, 2:17 PM IST

कीव: अमेरिका का मानना है कि रूस ने यूक्रेन पर अपने हमले में गुरुवार को एक ऐसी मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जिसका पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था. विश्लेषकों का कहना है कि इससे यूरोपीय मिसाइल सुरक्षा पर असर पड़ सकता है.

यह किस प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइल है? :अमेरिकी सेना ने कहा कि रूसी मिसाइल का डिजाइन रूस की लंबी दूरी की RS-26 रुबेज अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के डिजाइन पर आधारित है. अधिकारियों ने कहा कि नई मिसाइल प्रायोगिक थी और रूस के पास इस तरह की संभवतः कुछ ही मिसाइलें हैं. पेंटागन ने कहा कि मिसाइल को पारंपरिक वारहेड से दागा गया था, लेकिन मॉस्को चाहे तो इसे संशोधित कर सकता है.

पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा कि इसे निश्चित रूप से विभिन्न प्रकार के पारंपरिक या परमाणु वारहेड ले जाने के लिए फिर से तैयार किया जा सकता है. कैलिफोर्निया में मिडिलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एक अप्रसार विशेषज्ञ जेफरी लुईस ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले संकेत दिया था कि वाशिंगटन और बर्लिन द्वारा 2026 से जर्मनी में लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों को तैनात करने पर सहमति जताए जाने के बाद रूस एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (आईआरबीएम) प्रणाली के विकास को पूरा करेगा.

यूक्रेनी आपातकालीन सेवाओं द्वारा प्रदान की गई इस तस्वीर में, बचावकर्मी यूक्रेन के नीपर में रूसी हमले से क्षतिग्रस्त एक जलते हुए घर की आग बुझाते हुए दिखाई दे रहे हैं. (AP)

लुईस ने कहा कि आरएस-26 हमेशा से ही एक प्रमुख उम्मीदवार था. सिंह ने कहा कि मिसाइल के नए संस्करण को पेंटागन प्रयोगात्मक मान रहा है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि हमने इसे युद्ध के मैदान में इस्तेमाल होते देखा है... इसलिए हम इसे प्रयोगात्मक मानते हैं.

अमेरिका और ब्रिटेन के सूत्रों ने संकेत दिया कि उनका मानना है कि डीनिप्रो पर दागी गई मिसाइल एक प्रयोगात्मक परमाणु-सक्षम, मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (आईआरबीएम) थी. जिसकी सैद्धांतिक सीमा 3,420 मील (5,500 किमी) से कम है. हालांकि, इसके बावजूद यह यूरोप तक पहुंचने के लिए पर्याप्त है. जहां से इसे दक्षिण-पश्चिमी रूस में दागा गया था, लेकिन अमेरिका तक नहीं. यूक्रेन की वायु सेना ने शुरू में कहा था कि मिसाइल एक आईसीबीएम थी. अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, IRBM लांच करने से कम खतरनाक संकेत तो मिले, लेकिन इस घटना से अलार्म बज सकता है. मॉस्को ने लॉन्च से पहले वाशिंगटन को इस बारे में संक्षिप्त सूचना दी.

यूक्रेन के कीव क्षेत्र के इरपिन में अंतिम संस्कार समारोह के दौरान 47वीं ब्रिगेड के शहीद यूक्रेनी सैनिक सेरही सोलोव्योव का ताबूत ले जाते हुए ऑनर गार्ड्स. (AP)

क्या रूस के मिसाइल हमले से नाटो प्रभावित होगा?इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के टिमोथी राइट ने कहा कि रूस की ओर से नई मिसाइलों के विकास से नाटो देशों में यह निर्णय प्रभावित हो सकता है कि कौन सी वायु रक्षा प्रणाली खरीदी जाए और कौन सी आक्रामक क्षमताएं अपनाई जाएं. उत्तरी पोलैंड में एक नए अमेरिकी बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा बेस पर पहले ही मॉस्को की नाराजगी भरी प्रतिक्रियाएं आ चुकी हैं. रेडजिकोवो में अमेरिकी बेस एक व्यापक नाटो मिसाइल शील्ड का हिस्सा है और इसे छोटी से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. फिर भी, पुतिन ने कहा कि गुरुवार को किये गये हमले हाल ही में पश्चिमी देशों से मिले हथियारों के साथ रूसी क्षेत्र के अंदर यूक्रेन द्वारा किए गए लंबी दूरी के हमलों की प्रतिक्रिया थी. पुतिन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद, यूक्रेन ने 19 नवंबर को अमेरिका निर्मित अटैक्स और 21 नवंबर को ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों और अमेरिका निर्मित हिमर्स के साथ रूस पर हमला किया.

कम बैक अलाइव फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो से लिए गए इस स्क्रीनशॉट में यूक्रेन के नीपर पर रूसी हमले के दौरान आसमान में रोशनी दिखाई दे रही थी. (AP)

व्लादिमीर पुतिन ने नई मिसाइल के बारे में क्या कहा है?:रूसी राष्ट्रपति ने राष्ट्र के नाम एक टेलीविज़न संबोधन में स्वीकार किया कि मॉस्को ने एक नई बैलिस्टिक मिसाइल से यूक्रेनी सैन्य सुविधा पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि इस मिसाइल का नाम 'ओरेशनिक' (हेजल) है. उन्होंने कहा कि इसकी तैनाती मध्यम और छोटी दूरी की मिसाइलों का उत्पादन और तैनाती करने की अमेरिकी योजनाओं का जवाब थी. रूस तनाव बढ़ने की स्थिति में निर्णायक और सममित रूप से जवाब देगा. मास्को ने कहा कि उसने यूक्रेन के मध्य शहर द्निप्रो में एक मिसाइल और रक्षा फर्म को निशाना बनाया. रूस का दावा है कि मिसाइल से उस क्षेत्र पर हमला किया गया जहां यूक्रेन की मिसाइल और अंतरिक्ष रॉकेट कंपनी पिवडेनमाश, जिसे रूसियों द्वारा युजमाश के नाम से जाना जाता है, स्थित है.

पुतिन ने कहा कि रूस यूरोप और एशिया में मध्यम और छोटी दूरी की मिसाइलों के अमेरिका द्वारा नियोजित उत्पादन और फिर तैनाती के जवाब में छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों का विकास कर रहा है. रूसी राष्ट्रपति ने मध्यम दूरी की परमाणु शक्ति (आईएनएफ) संधि का जिक्र करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि अमेरिका ने 2019 में एक दूरगामी बहाने के तहत मध्यम दूरी और छोटी दूरी की मिसाइलों के उन्मूलन पर संधि को एकतरफा नष्ट करके गलती की है. अमेरिका ने 2019 में रूस के साथ 1987 (आईएनएफ) संधि से औपचारिक रूप से वापस ले लिया था. ऐसा करते हुए अमेरिका ने मास्को समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. हालांकि, तब रूस ने इन आरोपों का खंडन किया था.

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने क्या कहा : यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि नई मिसाइल का इस्तेमाल युद्ध में 'स्पष्ट और गंभीर वृद्धि' के बराबर है. उन्होंने दुनिया भर के देशों से इसकी कड़ी निंदा करने का आह्वान किया. पुतिन के टेलीविजन पर आने के बाद एक्स पर लिखते हुए जेलेंस्की ने कहा कि रूस द्वारा नए हथियार का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार करना रूसी धरती पर उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती के बाद एक और हद को पार करना है. जेलेंस्की ने कहा कि गुरुवार का हमला इस बात का एक और सबूत है कि रूस की शांति में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि दुनिया को इसका जवाब देना चाहिए. रूस की कार्रवाइयों पर कड़ी प्रतिक्रिया न होना यह संदेश देता है कि ऐसा व्यवहार स्वीकार्य है.

यूक्रेन की वायु सेना ने क्या कहा:यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि मिसाइल ने मध्य-पूर्वी यूक्रेन में द्निप्रो को निशाना बनाया. इसे 700 किमी (435 मील) से अधिक दूर रूस के अस्त्राखान क्षेत्र से दागा गया था. ओस्लो विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट रिसर्च फेलो फैबियन हॉफमैन, जो मिसाइल प्रौद्योगिकी और परमाणु रणनीति में माहिर हैं, ने मीडिया से कहा कि हथियार का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसमें एक MIRVed (मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल रीएंट्री व्हीकल) पेलोड था.

हमले के दौरान क्या हुआ? :21 नवंबर की सुबह, बैलिस्टिक मिसाइलों के खतरे के कारण देश भर में हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई. बाद में, कई रूसी Tu-95MS बमवर्षक विमानों का प्रक्षेपण किया गया. यूक्रेन की वायु सेना के अनुसार, हमले में कई अलग-अलग प्रकार की मिसाइलों का उपयोग करके द्निप्रो शहर को निशाना बनाया गया. दावा किया जा रहा है कि विशेष रूप से, रूसी संघ के अस्त्राखान क्षेत्र से एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की गई थी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि तांबोव क्षेत्र से मिग-31के लड़ाकू विमान से ख-47एम2 'किंजल' एरोबॉलिस्टिक मिसाइल दागी गई. टीयू-95एमएस रणनीतिक बमवर्षकों से सात ख-101 क्रूज मिसाइलें दागी गईं. रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि किस प्रकार की आईसीबीएम दागी गई. आस्ट्राखान ओब्लास्ट दक्षिणी रूस में स्थित है, जो नीपर से 700 किलोमीटर (435 मील) पूर्व में है. यह क्षेत्र कजाकिस्तान, रूस के कलमीकिया गणराज्य, वोल्गोग्राड ओब्लास्ट और कैस्पियन सागर की सीमा पर है.

गवर्नर सेरही लिसाक ने कहा कि एक औद्योगिक उद्यम क्षतिग्रस्त हो गया. शहर में दो जगह आग लग गई. मेयर बोरिस फिलाटोव ने कहा कि हमले में विकलांग लोगों के लिए एक पुनर्वास केंद्र क्षतिग्रस्त हो गया. कम से कम दो लोगों के घायल होने की खबर है. यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि कथित तौर पर ख-101 मिसाइलों में से छह को मार गिराया गया, लेकिन यह नहीं बताया कि कथित मिसाइल ने नीपर में कोई नुकसान पहुंचाया है या नहीं.

यूक्रेन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को कैसे रोक सकता है?

यूक्रेन के पास अमेरिका द्वारा आपूर्ति किए गए पैट्रियट्स अब तक रूस द्वारा लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में प्रभावी रहे हैं, लेकिन डिफेंस एक्सप्रेस के अनुसार, वे वर्तमान में ICBM को रोकने के लिए अनुकूलित नहीं हैं. अगर रूस नियमित रूप से ICBM लॉन्च करना शुरू कर देता है, तो यूक्रेन की वायु रक्षा को THAAD (टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस) जैसी अधिक उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों के माध्यम से मजबूत करने की आवश्यकता होगी.

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