लंदन:यूके में जारी महंगाई के बीच राहत की खबर आई है. बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला कि जून तक ब्रिटेन में मुद्रास्फीति बैंक ऑफ इंग्लैंड के टारगेट रेट 2 प्रतिशत पर स्थिर रही. यह नीति निर्माताओं के लिए अगले महीने उधार लेने की लागत में कटौती करने के लिए पर्याप्त हो सकता है.
मामले में यूके के नेशनल स्टैटिस्टिक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि वार्षिक मुद्रास्फीति दर में सबसे अधिक वृद्धि रेस्तरां और होटलों से हुई, कुछ अर्थशास्त्रियों ने इस वृद्धि का क्रेडिट टेलर स्विफ्ट के ब्रिटेन दौरे को दिया. वहीं, सबसे अधिक गिरावट कपड़ों और जूतों में हुई, जिनकी महीने के दौरान व्यापक बिक्री हुई. पिछला साल जून की तुलना में फ्लैट रीडिंग उम्मीद से थोड़ी ज़्यादा थी. ज्यादातर अर्थशास्त्रियों ने 1.9 फीसदी तक मामूली गिरावट का अनुमान लगाया था.
बैंक ऑफ इंग्लैंड पर रहेगी नजर
इससे पहले देश में कोरोना वायरस महामारी के दौरान सप्लाई चेन के मुद्दों के परिणामस्वरूप और फिर यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण ऊर्जा लागत बढ़ गई थी. अब देखना यह होगा कि क्या बैंक ऑफ इंग्लैंड 1 अगस्त को अपनी मुख्य ब्याज दर 5.25 प्रतिशत से कम करेगा. कुछ नीति-निर्माता अभी भी महत्वपूर्ण सेवा क्षेत्र में मूल्य वृद्धि के पैमाने और वेतन वृद्धि की गति को लेकर चिंतित हैं, जिससे ब्याज दरों में जल्द कटौती होने पर मुद्रास्फीति के पुनः बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है.
कब तक टिकी रहेगी मुद्रास्फीति
एसेट मैनेजमेंट फर्म एबर्डन के डिप्टी चीफ ल्यूक बार्थोलोम्यू ने कहा, "आज की मुद्रास्फीति रिपोर्ट बैंक ऑफ इंग्लैंड के अगस्त के दर निर्णय को अनिश्चित बनाए रखेगी. मौलिक रूप से सेवाओं की मुद्रास्फीति की निरंतर स्थिरता बैंक को यह सोचने पर मजबूर कर देगी कि मुद्रास्फीति 2 फीसदी के टारगेट पर कब तक टिकी रहेगी."
बैंक ऑफ इंग्लैंड ब्याज दरों को बढ़ाया
यूएस फेड और अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह बैंक ऑफ इंग्लैंड ने भी मुद्रास्फीति में तेजी से वृद्धि का मुकाबला करने के लिए 2021 के अंत में ब्याज दरों को शून्य से बढ़ा दिया, जो 2022 के अंत में 11 प्रतिशत से अधिक हो गई. उच्च ब्याज दरें ने कर्ज अधिक महंगा बना दिया. इसने मुद्रास्फीति को कम करने में मदद की है, लेकिन उन्होंने ब्रिटिश अर्थव्यवस्था पर भी भार डाला है, जो महामारी के बाद से मुश्किल से बढ़ी है.
पीएम कीर स्टारमर का मिशन अर्थव्यवस्था में सुधार
प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिटेन की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाना उनकी लेबर सरकार का मुख्य मिशन होगा. उनकी सरकार बुधवार को आने वाले वर्ष के लिए अपनी योजनाओं की घोषणा करेगी. स्टारमर ने कहा कि संसद में किंग्स स्पीच में घोषित उपायों से ब्रिटेन की आर्थिक वृद्धि में तेजी आएगी और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देकर देश भर के लोगों के लिए धन का सृजन होगा.
यह भी पढ़ें- कीर स्टारमर के लिए जरूरी होगा भारत के साथ मजबूत, दूरदर्शी और सामंजस्यपूर्ण संबंध: विशेषज्ञ