वाशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत द्वारा कुछ अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ को ज्यादा बताकर इसका बदला लेने की धमकी दी. ट्रंप ने ये भी कहा कि भारत और ब्राजील उन देशों में शामिल है जो कुछ अमेरिकी उत्पादों पर हाई टैरिफ लगाते हैं.
उन्होंने कहा कि यह पारस्परिक होगा, अगर भारत अधिक टैक्स लगाता है तो हम भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे. ट्रंप ने चीन के साथ संभावित व्यापार समझौते पर एक सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही.
ट्रंप ने मार-ए-लागो में मीडिया से कहा, 'भारत और ब्राजील बहुत अधिक शुल्क लेता है. अगर वे हमसे शुल्क लेना चाहते हैं, तो यह ठीक है, लेकिन हम उनसे वही शुल्क लेंगे. वे हमसे 100 और 200 डॉलर लेते हैं. अगर वे हमसे शुल्क लेना चाहते हैं, तो ठीक है, लेकिन हम उनसे वही शुल्क लेंगे.'
एक सवाल के जवाब में उनके वाणिज्य सचिव पद के लिए चुने गए हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि 'पारस्परिकता' कुछ ऐसा है जो ट्रंप प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण विषय होने जा रहा है. उन्होंने कहा, 'आप हमारे साथ जैसा व्यवहार करते हैं, आपको वैसा ही व्यवहार की उम्मीद करनी चाहिए.' अक्टूबर में अपने चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने दावा किया था कि भारत विदेशी उत्पादों पर सबसे अधिक टैरिफ लगाता है लेकिन वे इसे मुस्कुराते हुए करते हैं.
ट्रंप ने इससे पहले कहा था कि शायद अमेरिका को फिर से असाधारण रूप से समृद्ध बनाने की मेरी योजना का सबसे महत्वपूर्ण तत्व पारस्परिकता है. यह एक ऐसा शब्द है जो मेरी योजना में बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि हम आम तौर पर टैरिफ नहीं लगाते हैं. मैंने वह प्रक्रिया शुरू की. यह बहुत बढ़िया थी. वैन और छोटे ट्रकों आदि के साथ.
बता दें कि ट्रंप ने 2019 में बार-बार दावा किया कि भारत 'टैरिफ किंग' है और अमेरिकी उत्पादों पर 'हाई टैरिफ' लगाता है. उन्होंने अमेरिकी कागज उत्पादों और प्रतिष्ठित हार्ले-डेविडसन बाइक पर भारत के 'हाई टैरिफ' की आलोचना की. 2023-24 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. पिछले वित्त वर्ष में भारत का निर्यात 77.51 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, जबकि आयात कुल मिलाकर 42.2 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा.
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान भारत का अमेरिका मे निर्यात 6.31 प्रतिशत बढ़कर 47.24 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 2.46 प्रतिशत बढ़कर 26 अरब डॉलर हो गया. वित्त वर्ष 2020 और वित्त वर्ष 2024 के बीच भारत का व्यापारिक निर्यात 46 प्रतिशत बढ़कर 53.1 बिलियन अमरीकी डॉलर से 77.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया. अमेरिका से आयात भी पिछले वित्त वर्ष में बढ़कर 42.2 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, जो 2019-20 में 35.8 बिलियन अमरीकी डॉलर था.