आर्थर नदी: ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी द्वीप तस्मानिया के एक सुदूर और वीरान समुद्र तट पर दर्जनों डॉल्फिन की मौत हो गई है. पर्यावरण अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि, पर्यावरण अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि ऑस्ट्रेलिया के इस रिमोट बीच पर 150 से ज्यादा डॉल्फिन का एक झुंड फंस गया था. इस प्रजाति की डॉल्फिन समुद्र की गहराई में पाई जाती है. डॉल्फिन तस्मानिया के पश्चिमी तट पर आर्थर नदी के प्रवेश द्वार के पास एक समुद्र तट पर फंसी हुई थीं.
खबरों के मुताबिक, इस निर्जन समुद्री तट पर 48 घंटे के भीतर 157 डॉल्फिन का एक झुंड फंस गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,लगभग 90 डॉल्फिन अभी भी जीवित हैं. अधिकारियों ने बताया कि, ये सभी बड़ी डॉल्फिन प्रजाति के हैं. इस जीव को आमतौर पर फॉल्स किलर व्हेल के तौर पर जाना जाता है. यह नाम उनके खोपड़ी के ओर्का जैसे आकार के कारण रखा गया है.
वैसे भी ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तटों पर फॉल्स किलर व्हेलों के झुंड का फंस जाना काफी आम बात है. इनका वजन एक टन से ज्यादा बताया जा रहा है. फॉल्स किलर व्हेलों की लंबाई छह मीटर (20 फीट) तक हो सकती है. यू.एस. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, बड़े वयस्कों का वजन एक टन से अधिक हो सकता है. इन्हें अत्यधिक सामाजिक प्रजाति के रूप में जाना जाता है जो 50 या उससे अधिक के झुंड में इकट्ठा होती हैं.
स्टेट वन्यजीव अधिकारी ब्रेंडन क्लार्क ने कहा कि, जीवित डॉल्फिन को फिर से तैराना मुश्किल होगा. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि, इस तरह के मामलों में डॉल्फिन की पीड़ा को कम करने के लिए इच्छामृत्यु एक विकल्प है. अगर आवश्यकता हुई तो किसी भी तरह का कदम उठाने से पहले साइट पर पशु चिकित्सक से सलाह लेने का ऑप्शन है.