शनिवार रात को पेन्सिलवेनिया में एक रैली में एक बंदूकधारी ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चला दी. इस हमले में गोली ट्रंप के दायें कान को छू कर निकल गई. गोली लगते ही उनका चेहरा खून से लथपथ हो गया. गोली लगते ही वह नीचे झुक गये जिसके बाद सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने उनके आसपास सुरक्षा घेरा बना लिया. शनिवार की घटना के बाद माना जा रहा है कि चुनाव में शूटर और सुरक्षा चूक एक बड़ा मामला बन सकता है.
छत से धड़ाधड़ तीन गोलियां...निशाने पर ट्रंप, US सीक्रेट सर्विस पर उठे सवाल, जानें कहां हुई चूक, क्या है प्रोटोकॉल - PENNSYLVANIA RALLY SHOOTING
HOW US SECRET SERVICE WORK: अमेरिका में पेंसिलवेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गोलियां चलाए जाने के बाद सुरक्षा चूक की जांच की जा रही है. ट्रंप समर्थक लगातार सीक्रेट सर्विस की ओर से चुक पर सवाल उठा रहे हैं. यहां छह सवालों में समझें क्या है पूर्व है पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा का प्रोटोकॉल और क्यों सवालों के घेरे में है अमेरिकी सीक्रेट सर्विस...
प्रतीकात्मक तस्वीर. (AP)
Published : Jul 14, 2024, 4:02 PM IST
होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी एलेजांद्रो मेयरकास, जिनका विभाग सीक्रेट सर्विस की देखरेख करता है, ने कहा कि अधिकारी बाइडेन और ट्ंरप के अभियानों से जुड़े हुए थे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे थे. इस हमले ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों के सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में कुछ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कौन करता है?:यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस, देश की सबसे पुरानी संघीय जांच कानून प्रवर्तन एजेंसियों में से एक है, जो पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके जीवनसाथी की सुरक्षा करती है. 1965 में, कांग्रेस ने सीक्रेट सर्विस (सार्वजनिक कानून 89-186) को पूर्व राष्ट्रपति और उनके जीवनसाथी को उनके जीवनकाल के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए अधिकृत किया. उन्हें यह सुविधा तबतक मिलती है जबतक वे खुद सुरक्षा लेने से इनकार न कर दें. रिचर्ड निक्सन ने 1985 में अपनी सीक्रेट सर्विस सुरक्षा छोड़ दी थी. अबतक के अमेरिकी इतिहास में ऐसा करने वाले वे एकमात्र पूर्व राष्ट्रपति हैं.
- सीक्रेट सर्विस सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करती है?:सुरक्षा उपायों का स्तर खुफिया आकलन और समन्वय क्षमताओं के आधार पर निर्धारित किया जाता है. पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए नियुक्त एजेंटों की संख्या कथित खतरों और पद छोड़ने के बाद की अवधि पर निर्भर करती है. सीक्रेट सर्विस दैनिक आधार पर सहायता के लिए अन्य संघीय, राज्य और स्थानीय एजेंसियों के साथ तालमेल बना कर रखती है. सीक्रेट सर्विस यूनिफॉर्म्ड डिवीजन, मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग और यूएस पार्क पुलिस व्हाइट हाउस के आस-पास की सड़कों और पार्कों में गश्त करती है.
सीक्रेट सर्विस नियमित रूप से सबसे उन्नत सुरक्षा तकनीकों का उपयोग करने में अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञों से परामर्श करती है. सेना विस्फोटक आयुध निपटान टीमों और संचार संसाधनों के उपयोग के माध्यम से सीक्रेट सर्विस के साथ लगातार संपर्क में रहती है. जब राष्ट्रपति यात्रा करते हैं, तो सीक्रेट सर्विस एजेंटों की एक अग्रिम टीम मेजबान शहर, राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन, साथ ही सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर आवश्यक सुरक्षा उपायों का आकलन और लागू करने का काम करती है. - पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है?:इन द प्रेसिडेंट्स सीक्रेट सर्विस के लेखक रोनाल्ड केसलर के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति भी आतंकवादियों के संभावित लक्ष्य बने रह सकते हैं. इसलिए पद छोड़ने के बाद भी उनके साथ चौबीसों घंटे सुरक्षा अधिकारी तैनात रहते हैं. लगभग 75 अधिकारियों का दल पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था में लगा होता है.
हाल के पूर्व राष्ट्रपतियों के साथ बाहर जाने के दौरान चार एजेंट होते हैं, जो शिफ्ट और छुट्टी के दिनों में निरंतर सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं. सक्रिय राष्ट्रपति पद की तुलना में, पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा कम होती है. सुरक्षा प्रोटोकॉल में यात्रा से पहले रेस्तरां या कन्वेंशन हॉल जैसे स्थानों की गहन जांच शामिल है, जिसमें कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच और बम-सूंघने वाले कुत्तों की तैनाती शामिल है. - डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा व्यवस्था क्या है?: पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट टिम मिलर के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा अद्वितीय है क्योंकि वह न केवल एक पूर्व राष्ट्रपति हैं, बल्कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी हैं. यह दोहरी स्थिति जटिलता को बढ़ाती है क्योंकि ट्रंप विभिन्न स्थानों के बीच व्यापक रूप से यात्रा करते हैं. अन्य पूर्व राष्ट्रपतियों की तुलना में ट्रंप अधिक सार्वजनिक और सक्रिय जीवन जी रहे हैं. इसलिए, उनकी सुरक्षा बनाए रखना सर्वोपरि है.
- क्यों सवालों के घेरे में हैं सीक्रेट सर्विस:मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक समर्थक अमेरिकी नेता ने सवाल किया कि एक पूर्ण राइफल किट के साथ एक स्नाइपर को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के सबसे नजदीकी छत पर कैसे पहुंचा. इसकी जांच होनी चाहिए. एफबीआई के विशेष एजेंट केविन रोजेक ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बोलते हुए कहा कि हमलावर की ओर से फायर की गई गोलियों की संख्या 'आश्चर्यजनक' थी. मीडिया रिपोर्ट में समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हवाले से सीक्रेट सर्विस के एक बयान में कहा कि उसने हाल ही में ट्रंप के सुरक्षा विवरण में 'सुरक्षात्मक संसाधन और क्षमताएं' जोड़ी हैं. हालांकि, एजेंसी ने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी.
- ट्रंप की रैली के दौरान कैसी होती है सुरक्षा व्यवस्था?: ट्रंप के अधिकांश अभियान पड़ावों के दौरान, स्थानीय पुलिस कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा में सीक्रेट सर्विस की सहायता करती है. कार्यक्रम से पहले, एजेंट कार्यक्रम स्थल को बम या अन्य खतरों के लिए स्कैन करते हैं, और ट्रंप हमेशा एक मजबूत काफिले में आते हैं.
सीक्रेट सर्विस के अधिकारी आमतौर पर परिधि के रूप में अवरोध लगाते हैं, और कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने के लिए सभी उपस्थित लोगों को मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ता है. सशस्त्र सुरक्षा एजेंट सभी उपस्थित लोगों के बैग और यहां तक कि पर्स की भी तलाशी लेते हैं.
रैली में शामिल होने वाले कई लोगों की हाथ से तलाशी ली जाती है. 2020 में सेवानिवृत्त हुए पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट पॉल एकलॉफ ने कहा कि एजेंट समय से पहले ही सभी छतों का सर्वेक्षण कर लेते है.