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इमरान खान की पार्टी खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा को भंग करने के लिए तैयार है: जेयूआई-एफ प्रमुख - Pakistan KPK Politics - PAKISTAN KPK POLITICS

Pakistan KPK Politics : जेयूआई-एफ प्रमुख ने सुझाव दिया कि नए चुनावों का रास्ता साफ करने के लिए प्रांतीय विधानसभाओं को भंग किया जाना चाहिए. एआरवाई न्यूज के मुताबिक, जेयूआई-एफ ने प्रस्ताव दिया कि संसदीय और स्थानीय निकाय चुनाव एक साथ कराए जाएं.

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मौलाना फजलुर रहमान की फाइल फोटो. (X/@MoulanaOfficial)

By ANI

Published : Jul 21, 2024, 8:36 AM IST

इस्लामाबाद: जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नए 'पारदर्शी' चुनावों के लिए खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा को भंग करने के लिए तैयार है. पाकिस्तान स्थित एआरवाई न्यूज ने इस खबर की पुष्टि की है.

हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने शनिवार को मौलाना फजलुर रहमान के खैबर पख्तूनख्वा (केपी) विधानसभा को भंग करने और अन्य विधानसभाओं से इस्तीफा देने के बयान को खारिज कर दिया है. पीटीआई के चेयरमैन बैरिस्टर गौहर ने एक बयान में बयान के बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की और स्पष्ट किया कि पीटीआई ने विधानसभा को भंग करने या इस्तीफे पर चर्चा नहीं की है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में फजलुर रहमान के साथ कोई परामर्श या निर्णय नहीं हुआ है.

हालांकि, सूत्रों के अनुसार, दोनों पार्टियां इस बात पर आम सहमति में हैं कि देश में नए चुनाव होने चाहिए. इससे पहले, एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना फजलुर रहमान ने एक बयान में कहा कि पीटीआई खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा को भंग करने और अन्य विधानसभाओं से इस्तीफा देने के लिए तैयार है, जिससे नए 'पारदर्शी' चुनावों का रास्ता साफ होगा.

रहमान ने कहा कि जेयूआई-एफ ने रणनीति विकसित करने के लिए पीटीआई के साथ बातचीत करने के लिए एक समिति बनाई है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आगे कहा कि समिति का नेतृत्व कामरान मुर्तजा करेंगे और इसमें मौलाना लुत्फुर रहमान, फजल गफ्फार, असलम घोरी और मौलाना अमजद शामिल होंगे.

एआरवाई न्यूज ने बताया कि जेयूआई-एफ प्रमुख ने जोर देकर कहा कि पीटीआई संस्थापक इमरान खान सहित किसी भी राजनीतिक नेता के खिलाफ मनगढ़ंत मामले दर्ज नहीं किए जाने चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि प्रतिष्ठान को अपनी नीति बदलनी चाहिए अन्यथा देश नहीं चलेगा. देश में अब मार्शल लॉ या आपातकाल काम नहीं करेगा.

इससे पहले 19 जून को जेयूआई-एफ नेता ने कहा था कि पीटीआई को परिणामोन्मुखी वार्ता के प्रति अपने दृष्टिकोण में ईमानदारी दिखाने की आवश्यकता होगी. मौलाना अब्दुल गफूर ने कहा कि जेयूआई-एफ और पीटीआई के बीच पिछले 10 से 12 वर्षों से काफी मतभेद हैं. उन्होंने कहा कि इस दरार को पाटने में कुछ समय लगेगा. गफूर ने कहा कि दोनों दलों के बीच एक-दूसरे के प्रति कुछ मतभेद हैं. किसी भी प्रगति से पहले इन मतभेदों को दूर करने की आवश्यकता होगी. उन्होंने मौलाना फजलुर रहमान और पीटीआई नेता असद कैसर के बीच बैठक की भी पुष्टि की.

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