नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने गुरुवार को दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली. इस खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई और विभिन्न नेताओं की तरफ से शोक संवेदना जाहिर करने का सिलसिला शुरू हो गया. वहीं शुक्रवार को भी उनके आवास पर श्रद्धांजली देने के लिए लोगों का आना जारी रहा. इन्हीं लोगों के बीच ईटीवी भारत ने स्व. डॉ. मनमोहन सिंह के रिश्तेदार चरणजीत सिंह से बात कर उनके बारे में जाना.
बातचीत में चरणजीत सिंह ने बताया कि स्व. डॉ. मनमोहन सिंह की बेटी का इंतजार किया जा रहा है, जो संभवत: शनिवार को आएंगी. फिलहाल अंतिम संस्कार की जगह को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है. इसके अलावा यह भी बताया गया कि स्व. डॉ. मनमोहन सिंह बहुत डाउन टू अर्थ व्यक्ति थे, जिसके कारण पूरी दुनिया उन्हें याद करती है. इससे पहले करीब डेढ़-दो साल पहले उनसे मुलाकात हुई थी. वे काफी समय से बीमार थे, जिसके चलते वह किसी से बोल नहीं पाते थे.
भारत को दिलाई वैश्विक स्तर पर पहचान: बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह की पहचान महज राजनीतिज्ञ के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक कुशल अर्थशास्त्री की भी थी. बहुत कम लोग जानते होंगे की वह सन् 1969 से लेकर सन् 1971 तक दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल आफ इकोनॉमिक्स में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रोफेसर रहे थे. सन् 1987 में उन्हें पद्मविभूषण से भी सम्मानित किया गया था. उनकी आर्थिक नीतियों और दूरदर्शिता की ही देन है कि भारत को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान मिली.
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