हैदराबाद: शहर आर्थिक विकास के वाहक होते हैं और बड़ी आबादी का भरण-पोषण करते हैं. हालांकि, कई शहर हाल के वर्षों में हुए संघर्षों में मलबे में तब्दील हो गए हैं, चाहे वह सीरिया का अलेप्पो हो या फिलीस्तीन का गाजा. वहीं, यूक्रेन-रूस संघर्ष में भी यूक्रेन के भी कई शहर बर्बाद हो गए.
इन शहरों के बुनियादी ढांचे को बनाने में सालों लगे थे, वह मलबे में तब्दील हो गए, लाखों लोग विस्थापित हो गए और युद्ध के पागलपन में हजारों लोग मारे गए. आज हम हम उन शहरों पर नजर डालने जा हैं, जो हाल के वर्षों में संघर्षों के दौरान पहचान से परे तबाह हो गए.
अलेप्पो (2012-2016)
अलेप्पो एक समय सीरिया का आर्थिक केंद्र था, जो 5 साल के गृहयुद्ध में मलबे में तब्दील हो गया. 2010 में युद्ध-से पहले अलेप्पो की आबादी लगभग 30 लाख 78 हजार थी, जो 2015 में एक मिलियन से भी कम रह गई. इस दौरान 30,000 नागरिकों ने अपनी जान गंवाई. विश्व बैंक ने अनुमान लगाया कि शहर को लगभग 8 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था.
रक्का
रक्का पर 2013 में सीरियाई विपक्षी बलों ने कब्जा कर लिया था और जनवरी 2014 में ISIS द्वारा कब्जा किए जाने से पहले यह एक विनाशकारी गृहयुद्ध में उलझा हुआ था. उस समय शहर को आतंकवादी समूह ने तथाकथित 'खिलाफत' की राजधानी घोषित किया था. रक्का को एक भूतिया शहर में बदल दिया गया था, इसे अंततः 2017 में ISIS से मुक्त कराया गया.
यहां अमेरिकी, ब्रिटिश और फ्रांसीसी गठबंधन बलों ने हजारों हवाई हमले किए और अमेरिकी बलों ने रक्का पर हमले के दौरान 30,000 गोले दागने की बात स्वीकार की. अनुमान है कि हमले में 11000 इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं, जिनमें अस्पताल, मस्जिद, स्कूल और पानी की सुविधाएं शामिल हैं.
होम्स
सीरिया का तीसरा सबसे बड़ा शहर जिसकी युद्ध-से पहले आबादी 1 मिलियन से ज्यादा थी. पांच साल से ज़्यादा चले गृहयुद्ध के दौरान इतनी तबाही देख चुका था कि शहर पहचानना मुश्किल था. संयुक्त राष्ट्र रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिटियूट (UNITAR) ने 2019 में हुई क्षति आकलन किया. इस दौरान उसने पाया गया कि 13,778 इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं. 3,082 पूरी तरह से नष्ट हो गईं, 5,570 गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुई और 4,946 को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा.
रूसी आक्रमण में नष्ट हुए यूक्रेन के शहर
रूसी सैनिकों के आक्रमण के कारण यूक्रेन के छह शहर पूरी तरह से नष्ट हो गए. ये सभी डोनेट्स्क और लुहांस्क ओब्लास्ट में हैं. युद्ध में मारियुपोल, वोल्नोवाखा, रुबिज़्ने, पोपस्ना, लिमन और सिएविएरोडोनेत्स्क पूरी तरह से नष्ट हो गए.
मारियुपोल
यह एक ऐसा शहर है जो युद्ध के पहले दिनों से ही आग की चपेट में है. युद्ध के सबसे भयावह क्षणों में से एक मारियुपोल ड्रामा थिएटर पर खूनी बमबारी थी, जहां लोग गोलाबारी से बचने के लिए छिपे हुए थे. विभिन्न सोर्स के अनुसार ड्रामा थिएटर पर हुए हमले में बच्चों सहित 300 से 600 नागरिक मारे गए थे.
बखमुट
बखमुट यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र के सबसे पुराने और सबसे खूबसूरत शहरों में से एक था. वहां अब कुछ भी नहीं है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मई 2023 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ बोलते हुए कहा," युद्ध में सब कुछ नष्ट हो गया. यहां अब कोई इमारतें नहीं हैं. यह अफसोस की बात है, यह एक त्रासदी है, लेकिन आज के लिए, बखमुट केवल हमारे दिलों में है. इस जगह पर कुछ भी नहीं है."