हैदराबाद:अगर अपको स्ट्रांग बट (Butt) बनाना हैं तो स्क्वाट्स (Squats) एक जरूरी एक्सरसाइज है. ये एक बेहतरीन फंक्शनल मूवमेंट हैं, जो आपके डे-टू-डे मूवमेंट, जैसे-झुकने और उठाने को आसान बनाने में मदद कर सकती हैं. स्क्वाट्स शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को बनाने और उन्हें ताकत देने का एक शानदार तरीका हैं. शरीर में ढेर सारी कैलोरी बर्न करने से लेकर आपकी ओवरऑल फिटनेस को बनाए रखने तक में स्क्वाट्स वर्कआउट रूटीन का एक अभिन्न हिस्सा हैं.
अपने कोर को काम पर लगाने के साथ-साथ स्क्वैट्स व्यायाम पैरों के मेन मसल्स ग्रुप्स जैसे- ग्लूट्स, क्वाड्स, हैमस्ट्रिंग और काल्फ (पिंडली) को टारगेट करती हैं. ये ना केवल आपकी जांघ के मोटापा को बर्न करने और सिकोड़ने में मदद करती हैं, बल्कि आपकी पीठ को टोन्ड करने में भी सहायता करती हैं. अब सवाल आता है कि प्रतिदिन 20 स्क्वैट्स करने से आपके ओवरऑल हेल्थ को क्या-क्या फायदा हो सकता है...
हालांकि, अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज से प्रमाणित पर्सनल ट्रेनर क्रिस गैग्लियार्डी का कहना है किस्ट्रेंथ कंडीशनिंग एक्सरसाइज का यह रूप सिर्फ पेशेवरों के लिए नहीं है. स्क्वाट्स सभी के लिए फायदेमंद हैं. उनका कहना है कि एलीट एथलीट से लेकर बड़े वयस्क और प्रसवोत्तर अवधि के दौरान महिलाओं तक इस एक्सरसाइज को करती हैं. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र का कहना है कि ताकत बढ़ाने से ऑस्टियोपोरोसिस और सरकोपेनिया जैसी उम्र से संबंधित स्थितियों के जोखिम को कम करने में इस एक्सरसाइज से मदद मिलती है, साथ ही मुद्रा, फोकस और संतुलन में सुधार होता है.
बीएमसी स्पोर्ट्स साइंस, मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन जर्नल में प्रकाशित शोध में पाया गया हैकि स्क्वाटिंग आपके निचले शरीर में मांसपेशियों के निर्माण में मदद कर सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पैर-केंद्रित व्यायाम के लिए आपके निचले पोस्टीरियर चेन (जिसमें आपकी पीठ के निचले हिस्से, ग्लूट्स, हैमस्ट्रिंग और बछड़े की मांसपेशियाँ शामिल हैं) को एक साथ काम करने की आवश्यकता होती है, जब आप अपने शरीर को नीचे और फिर से ऊपर उठाते हैं.
स्टडी के मुताबिक जवाब है कि प्रतिदिन 20 स्क्वैट्स करने से आपके ओवरऑल हेल्थ और फिटनेस को कई लाभ मिल सकते हैं. स्क्वैट्स करने से पैरों की ताकत और मसल्स को मजबूती मिलती है. नियमित रूप से स्क्वाट करने से आपके शरीर की मांसपेशी सक्रिय होती है. जिसमें आपके क्वाड्स, हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स और पिंडलियां शामिल हैं
बेहतर मुद्रा और संतुलन:स्क्वाटिंग से आपकी रीढ़ और कोर को सहारा देने वाली मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे मुद्रा और संतुलन में सुधार हो सकता है. मजबूत पैर की मांसपेशियां आपको उचित संरेखण बनाए रखने और गिरने के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती हैं.