बजट 2025 स्वास्थ्य क्षेत्र: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में 2025-26 का बजट पेश किया. यह उनका आठवां बजट है. यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट भी है. इस बजट में स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा और पर्यटन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
बजट में स्वास्थ्य संबंधी प्रमुख बातें इस प्रकार हैं...
मेडिकल एजुकेशन का विस्तार
मेडिकल पेशेवरों की कमी को दूर करने के लिए, सरकार ने आने वाले साल में 10,000 मेडिकल सीटें बढ़ाने की घोषणा की है, जिसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 75,000 सीटें बढ़ाना है. इस कदम से डॉक्टरों और विशेषज्ञों की उपलब्धता में अभूतपूर्व वृद्धि होने की उम्मीद है, खासकर ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में.
जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर
कैंसर की देखभाल में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए बजट में सभी जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव है. इस पहल से यह सुनिश्चित होगा कि कैंसर के मरीजोंं खास तौर पर ग्रामीण इलाकों के लोगों को लंबी दूरी तय किए बिना किफायती और समय पर इलाज मिल सके. डे केयर क्या है? डे केयर सेंटर एक कीमोथेरेपी इन्फ्यूजन सुविधा है. जिसे निजी लाउंज या सामान्य क्षेत्र में परोसा जा सकता है. यह रोगियों और उनके परिवारों को कैंसर से संबंधित चुनौतियों से निपटने में सहायता के लिए परामर्श और अन्य सहायता भी प्रदान करेगा.
जीवनरक्षक दवाएं और औषधियां
बजट में 36 जीवन रक्षक दवाओं और औषधियों को सीमा शुल्क से छूट दी गई है, जबकि 6 दवाओं को 5 फीसदी शुल्क वाली श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा, 37 दवाओं और 13 नए रोगी सहायता कार्यक्रमों को छूट लीस्ट में शामिल किया गया है. इससे कैंसर, दुर्लभ विकार और गंभीर पुरानी बीमारियों जैसे रोगों के लिए महत्वपूर्ण उपचार रोगियों के लिए अधिक किफायती हो जाएंगे.
संशोधित पीएम स्वनिधि योजना
स्ट्रीट वेंडर्स को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली पीएम स्वनिधि योजना को और ज्यादा बेहतर बनाया जाएगा, जिसमें बेहतर लोन, यूपीआई-लिंक्ड क्रेडिट कार्ड और क्षमता निर्माण सहायता शामिल है. इससे न केवल स्ट्रीट वेंडर्स की आजीविका में सुधार होगा, बल्कि उनके और उनके परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच भी सुनिश्चित होगी.