नई दिल्ली : डॉक्टर्स का कहना है कि भोजन के बाद टहलना सुरक्षित है और डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर व नींद संबंधी समस्याओं को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण हो सकता है. हैदराबाद के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉ सुधीर कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि टहलना, चाहे सुबह हो या शाम, नाश्ते से पहले हो या रात के खाने से पहले, एक स्वस्थ आदत है. उन्होंने कहा, 'भोजन के बाद टहलना सुरक्षित है और भोजन के बाद थोड़ी देर टहलना कई स्वास्थ्य संबंधी लाभों से जुड़ा है.'
डॉ. सुधीर ने कहा कि टहलना मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार हो सकता है क्योंकि इससे ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है - ब्लड शुगर लेवल का रखरखाव. शीर्ष न्यूरोलॉजिस्ट ने कहा "टहलने से टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में HbA1C में 0.5 प्रतिशत की औसत कमी आती है." HbA1c परीक्षण का उपयोग किसी व्यक्ति के ग्लूकोज नियंत्रण के स्तर का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है.
वजन घटाने में मदद
यह भोजन के बाद ब्लड शुगर के लेवल (खाने और पीने के बाद ब्लड में शुगर का स्तर) को कम करने में भी मदद कर सकता है. डॉक्टर ने कहा, "एक खुराक-प्रतिक्रिया (A Dose-response) देखी गई है - तेज चलने की गति से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल में अधिक कमी आती है." उन्होंने सुझाव दिया कि "कुल 30 मिनट टहलने, खासतौर से भोजन के बाद 15 मिनट चलने" से स्वस्थ व्यक्तियों में भी ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा डॉ. सुधीर ने कहा, भोजन के बाद चलने से वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है.
1 लंबे सत्र या 3 छोटे सत्रों में विभाजन
भोजन के बाद चलने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है. डॉक्टर ने कहा कि यह सिस्टोलिक और डायस्टोलिक BP में महत्वपूर्ण कमी लाता है. उन्होंने कहा,"BP कम करने पर चलने के लाभ तब भी देखे जाते हैं,जब चलना 1 लंबे सत्र (30-60 मिनट का) में किया जाता है या 3 छोटे सत्रों (प्रत्येक 10 मिनट का) में विभाजित किया जाता है. भोजन के बाद 10 मिनट की पैदल यात्रा को आसानी से शामिल किया जा सकता है." भोजन के बाद टहलने से पाचन में भी सुधार होता है और पेट फूलने की समस्या भी कम होती है क्योंकि इससे "पेट और आंतों को उत्तेजित किया जाता है,जिससे भोजन पाचन तंत्र से तेजी से गुजरता है."