हैदराबाद: चेहरे पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने या भले ही अस्थाई तौर पर लेकिन रोकने के लिए 40 से ज्यादा उम्र के लोगों (महिलाओं व पुरुषों दोनों) में आजकल बोटॉक्स का चलन काफी बढ़ गया है. सामान्यतः लोगों को लगता है कि Botox का इस्तेमाल सिर्फ सेलेब्रिटी करते हैं, जो सही नहीं है. आमजन में भी इसका प्रचलन काफी ज्यादा देखा जाता है. इसलिए आजकल सिर्फ स्किन केयर क्लिनिक में ही नही बल्कि कई बड़े सैलून में भी यह प्रक्रिया की जाती है.
चेहरे की झुर्रियों ( Facial Wrinkles )और फाइन लाइन्स को कम करने के लिए सौंदर्य उपचार के क्षेत्र में Botox आज के दौर में काफी प्रचलित है. सेलिब्रिटी से लेकर आम जन तक, बहुत से लोग चेहरे पर उम्र के प्रभाव को कम करने में उपयोगी माने जाने वाले Botox को करवाते हैं. जिनमें महिलाएं व पुरुष दोनों शामिल हैं. Botox को लेकर लोगों में अलग-अलग धारणा देखी जाती हैं जो सकारात्मक व नकारात्मक दोनों प्रकार की हो सकती है. जानकारों का भी कहना है कि Botox सौंदर्य और चिकित्सा उपचार में लाभकारी हो सकता है, बशर्ते इसे सभी सावधानियों के साथ तथा किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से करवाया जाय.
क्या है बोटॉक्स : What is Botox
अग्रवाल स्किन सोल्युशंस नई दिल्ली की क्लीनिकल काउंसलर डॉ रेवती राघव बताती हैं कि बोटॉक्स या बोटुलिनम टॉक्सिन एक इंजेक्टेबल दवा है जो बोटुलिनम टॉक्सिन टाइप ए से बनाई जाती है . यह एक प्रकार का न्यूरोटॉक्सिन है जिसका उपयोग मांसपेशियों को "फ्रीज" करने के लिए किया जाता है. साधारण भाषा में कहा जाय तो Botox झुर्रियों को कम करने वाली एक नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें दवा विशेष को इंजेक्शन के माध्यम से त्वचा में इंजेक्ट किया जाता जाता है. जिससे उक्त स्थान पर नसों में कुछ रासायनिक संकेतों अवरुद्ध होने लगते हैं जो मांसपेशियों के सिकुड़ने का कारण भी बनते हैं. ऐसे में उस स्थान पर झुर्रियां कम नजर आती हैं. लेकिन यह एक अस्थाई तरीका है यानी कुछ समय में इसका प्रभाव कम हो जाता है. एक बार इस ट्रीटमेंट को कराने के बाद लगभग तीन महीनों तक त्वचा पर इसका प्रभाव बना रहता है , तीन महीने बाद इसे दोबारा करवाना पड़ता है. यहां यह जानना भी जरूरी है कि Botox का इस्तेमाल सभी प्रकार की Facial Wrinkles के लिए नहीं किया जाता है.
डॉ रेवती बताती हैं कि बोटॉक्स का इस्तेमाल सिर्फ Facial Wrinkles के उपचार में ही नही किया जाता है. माइग्रेन की कुछ अवस्थाओं में , कुछ नेत्र समस्याओं में, मांसपेशियों से जुड़ी कुछ अवस्थाओं व रोगों तथा कुछ शारीरिक विकारों में भी इसका उपयोग प्रिस्क्राइब किया जाता है.
बोटॉक्स से जुड़े भ्रम : Botox Myths
- Dr Revati Raghav बताती हैं कि Botox को लेकर लोगों में कई धारणाएं व भ्रम हैं, जिनमें से कुछ सच भी हैं. जैसे लोगों को लगता है बोटॉक्स के बाद चेहरा अजीब लगने लगता है.
- Botox फिलर्स या चेहरे का आकार बदलने का काम नहीं करता है. ज्यादातर इसके इस्तेमाल से चेहरे की बनावट में अंतर नहीं आता है. यह मुख्यतः चेहरे की फाइन लाइन तथा Facial Wrinkles में कमी करता है जिससे त्वचा ज्यादा जवान नजर आती है. लेकिन यह सत्य हैं कि ऐसे लोग जिनके चेहरे पर ज्यादा लाइंस हो और Botox के बाद उनके चेहरे में पहले के मुकाबले ज्यादा कसाव आया हो तो उनके चेहरे में आंखों व होठ के आसपास थोड़ा बदलाव नजर आ सकता है.
- इसके अलावा कई लोगों को लगता है की यह एक दर्दभरी प्रक्रिया है क्योंकि इसमें त्वचा में इंजेक्शन लगाया जाता है. दरअसल Botox injections के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुईयां बहुत छोटी होती हैं, इसलिए आमतौर पर इस प्रक्रिया के दौरान दर्द काफी कम होता है, वहीं कुछ लोग इस प्रक्रिया से पहले त्वचा में संवेदनाहारी क्रीम या कोल्ड पैक का भी इस्तेमाल करते हैं जिससे यह एक बिल्कुल दर्द रहित प्रक्रिया रहे.