नई दिल्ली:आज के वक्त में हार्ट अटैक की समस्या न सिर्फ बुजुर्गों में दिखाई देती है, बल्कि युवाओं में भी आम बात हो गई है. हार्ट पूरे शरीर में ब्लड को पंप करने का काम करता है. यह सुनिश्चित करता है कि बॉडी के सभी टिश्यूज और अंगों को आवश्यक ऑक्सीजन मिले. हालांकि धूम्रपान, खराब खान-पान और पर्याप्त व्यायाम न करने से हार्ट की हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
इतना ही नहीं नींद की कमी से भी दिल की हेल्थ पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा. नींद की कमी हार्ट पर प्रेशर डाल सकती है. नियमित रूप से हर रात छह घंटे से कम सोने से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट संबंधी अन्य स्थितियों का खतरा बढ़ जाता है.
नींद की कमी नुकसान?
नींद की कमी के कारण भूख और भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन्स के लेवल बिगड़ जाता है. इतना नहीं में जो लोग सात घंटे से कम सोते हैं, उनमें मोटापे की संभावना अधिक होती है. नींद की कमी से होने वाले शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तन से ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर और ब्लड में सूजन का स्तर भी बढ़ने की संभावना होती है, जिससे हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है.
हार्ट अटैक का खतरा
जो लोग पांच घंटे या उससे कम सोते हैं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है. नींद की कमी से मायोकार्डियल इन्फार्क्शन हार्ट की ब्लड सप्लाई में रुकावट हो सकती है. इसके चलते हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और यह हार्ट अटैक का कारण बनता है