हैदराबाद:भारत में 'रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस रामा' की थिएटर रिलीज का इंतजार करते हुए, एनीमे फिल्म के ऑफिशियल अकाउंट ने अपने सोशल मीडिया पेज पर फैंस को पुरानी यादों का सफर कराया. उन्होंने वाल्मीकि के महाकाव्य पर आधारित इस जापानी एनीमे के शुरुआती मेकर्स की पुरानी यादों को ताजा किया. जापान के कोइची सासाकी, जिन्होंने महान भारतीय एनिमेटर राम मोहन के साथ मिलकर इस फिल्म को को-डायरेक्ट किया था, उन्होंने इस प्रोजेक्ट में लगी मेहनत और क्रिएटिविटी को याद किया है.
कोइची सासाकी ने कहा, 'हम इस फिल्म की एनीमेशन क्वालिटी पर गर्व महसूस करते हैं, खासकर मूवमेंट, टाइमिंग और कैरेक्टर के एक्सप्रेशंस पर... एक फिल्म सिर्फ विजुअल्स से नहीं बनती. फिल्म तब पूरी होती है, जब उसमें बेहतरीन साउंड और दमदार डायलॉग होते हैं। इस फिल्म का साउंड 100% भारत में तैयार हुआ है, ये भारत के बेस्ट म्यूजिशियन्स और एक्टर्स का शानदार काम है, जिसका मैं दिल से सम्मान करता हूं, उन्होंने आगे कहा, 'अगर भारत के लोग ये सोचें कि ‘ये मेरी फेवरेट रामायण है,’ तो मुझे इससे ज्यादा खुशी नहीं होगी'.
यह फिल्म भारतीय एनीमेशन के जनक राम मोहन के करियर में भी एक खास जगह रखती है. उनके बेटे कार्तिक मोहन ने इसे 'एक भव्य प्रयास' बताया और कहा कि भारत में इसकी थिएट्रिकल रिलीज 'भारत और जापान, दोनों की सिनेमा इतिहास में एक लैंडमार्क' होगी. उन्होंने यह भी कहा, 'श्री राम मोहन के बेटे होने के नाते, मैं बस यही कह सकता हूं कि काश मेरे पिता यह पल देखने के लिए जीवित होते. उनके लंबे और शानदार करियर में यह उनके सबसे गर्व भरे पलों में से एक होता'.