हैदराबाद: फिल्ममेकर श्याम बेनेगल ने बीती 23 दिसंबर को दुनिया को अलविदा कह दिया. वह बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे. श्याम बेनेगल ने साल 90 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. श्याम बेनेगल ने टीवी से लेकर सिनेमा तक में अपने शानदार काम से खूब पॉपुलैरिटी बटोरी. वहीं, श्याम बेनेगल अपने एक सीरीयल से हमेशा में चर्चा में रहे हैं. इस सीरियल में उन्होंने रामायण, महाभारत, चाणक्य, मुगल सल्तनत और आजादी की लड़ाई की कहानी को दिखाया है. श्याम बेनेगल के लिए यह सीरियल बनाना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं था. इस सीरीयल को बनाने के लिए श्याम बेनेगल ने कई इतिहासकारों और हजारों किताबों की मदद ली थी.
लीजेंड्री फिल्ममेकर श्याम बेनेगल अब हम हमारे बीच नहीं रहे हैं. दिग्गज फिल्ममेकर ने बीती 23 दिसंबर को अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कर चल गए. पीछे रह गया तो बस उनका वो काम, जो इंडियन सिनेमा में हमेशा के लिए याद किया जाएगा. श्याम बेनेगल एक मंझे हुए फिल्ममेकर थे, जिन्होंने टीवी में भी काम कर अपने शानदार काम का सबूत दिया था. श्याम बेनेगल अपने इस टीवी शो से बहुत पहचान रखते हैं, जिस भूल पाना मुश्किल है. यह शो देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया पर बेस्ड था, जो आज भी लोगों के बीच पॉपुलर है.
क्या है उस सीरियल का नाम?
दरअसल, यह सीरियल भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया से बनाया था. इस किताब में नेहरू ने भारत के 5000 साल के इतिहास के दर्शाया है, जिसे श्याम बेनेगल ने अपने टीवी सीरीयल 'भारत एक खोज' में दिखाया है. भारत एक खोज साल 1988 में ऑन एयर हुआ था. भारत एक खोज 53 एपिसोड का एक शो था, जो जवाहरलाल नेहरू की बर्थ एनिवर्सी 14 नवंबर 1988 को पहली बार ऑन एयर किया गया था. इस सीरीज से श्याम बेनेगल ने रूढ़ीवादियों को पीछे छोड़ा था.
एक एक्टर ने निभाए कई रोल
बता दें, बजट और स्क्रिप्ट को ध्यान में रखकर श्याम बेनेगल ने इस शो में एक ही एक्टर से कई रोल प्ले करवाए. भारत एक खोज में सलीम घोष ने कृष्ण, राम और टीपू सुल्तान, ओम पुरी ने सम्राट अशोक, दुर्योधन और औरंगजेब का रोल किया था. इस शो को दूरदर्शन पर कई बार रिपीट भी किया गया है. पुराने जमाने में सीरीयल भारत एक खोज की डीवीडी भी खूब बिकी थीं.
10000 किताब और 15 इतिहासकार
जानकर हैरानी होगी कि जब श्याम बेनेगल ने इस सीरीयल को बनाने का सोचा था, उन्होंने इसके लिए 10 हजार किताब 15 दिग्गज इतिहासकार को मदद के लिए साथ में रखा. श्याम बेनेगल नहीं चाहते थे कि सीरियल में इतिहास के एक भी तथ्य पर कोई उंगली उठाए. वहीं, श्याम साहब ने 40 एक्सपर्ट्स की प्री-प्रोडक्शन टीम को हायर किया था.
- श्याम बेनेगल के अन्य पॉपुलर सीरियल
यात्रा