दिल्ली

delhi

ETV Bharat / entertainment

रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ असम में शिकायत दर्ज, NCW ने की अश्लील कंटेंट पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग - RANVEER ALLAHBADIA CONTROVERSY

रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ असम पुलिस ने शिकायत दर्ज की है. वहीं महिला आयोग ने अश्लील कंटेंट पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.

Ranveer Allahbadia
रणवीर इलाहाबादिया (ANI)

By ETV Bharat Entertainment Team

Published : Feb 11, 2025, 8:19 AM IST

हैदराबाद: समय रैना के शो 'इंडिया गॉट लेटेंट' के एक एपिसोड में यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया की पेरेंट्स को लेकर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी की व्यापक निंदा हर जगह निंदा हो रही है. इस मामले में असम पुलिस ने रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने सोशल मीडिया स्ट्रीमिंग साइटों और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेट पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है.

हिमंत बिस्वा सरमा का बयान
इस मसले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बीते सोमवार (10 फरवरी) को बताया कि पुलिस ने यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया के खिलाफ एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक शो के दौरान उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए एफआईआर दर्ज की है. रणवीर इलाहाबादिया के साथ चार अन्य सोशल मीडिया इंफ्लुएंटर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है.

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'आज (10 फरवरी को) गुवाहाटी पुलिस ने कुछ यूट्यूबर्स और सोशल इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिनके नाम हैं 1. आशीष चंचलानी 2. जसप्रीत सिंह 3. अपूर्व मखीजा 4. रणवीर इलाहाबादिया 5. समय रैना और अन्य. इन पर 'इंडियाज गॉट लेटेंट' नाम के शो में अश्लीलता को बढ़ावा देने और यौन रूप से स्पष्ट और अश्लील चर्चा में शामिल होने का आरोप है. जांच अभी चल रही है.'

महिला आयोग सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखा पत्र
यूट्यूबर-सोशल मीडिया इंफ्लुएंटर रणवीर इलाहाबादिया ने समय रैना के शो में पेरेंट्स को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद सोशल मीडिया इसका वीडियो वायरल हो रहा है. इस टिप्पणी पर यूट्यूबर की काफी निंदा हो रही हैं. इस मामले के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहतकर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कठोर सेंसरशिप और कंटेंट मॉडरेशन सिस्टम लागू करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है.

आयोग ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, 'महिलाओं का अभद्र चित्रण (निषेध) अधिनियम, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम, और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम सहित कई कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है. ऐसे कंटेंट न केवल हानिकारक रूढ़ियों को बढ़ावा देती है, बल्कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सम्मान के लिए भी सीधा खतरा पैदा करती है.'

एनसीडब्ल्यू ने मंत्रालय से सख्त दिशा-निर्देश जारी करके कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जो प्लेटफॉर्म को स्ट्रीमिंग या यूजर्स को अनुचित या अश्लील कंटेट अपलोड करने की अनुमति देने से रोके. आयोग ने अधिकारियों से जनता को ऐसे कंटेंट के संपर्क से बचाने के लिए सख्त सेंसरशिप और कंटेंट मॉडरेशन सिस्टम लागू करने की मांग की है.

आयोग ने यह भी अनुरोध किया है कि मंत्रालय द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी जल्द से जल्द एनसीडब्ल्यू को दी जाए ताकि मामले पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने दोहराते हुए कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण सुनिश्चित करना सर्वोपरि है और इसे सभी डिजिटल प्लेटफार्मों पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए.

क्या है मामला?
रणवीर इलाहाबादिया ने इंडिया गॉट लेटेंट शो में एक कंटेंस्टेंट पेरेंट्स से जुड़ा सवाल पूछा, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ. यह वीडियो जल्द ही इंटरनेट पर वायरल हो
गया, सोशल मीडिया यूजर्स ने रणवीर इलाहाबादिया की इस आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. बढ़ते विवाद को देखते हुए रणवीर इलाहाबादिया ने अपनी अनुचित टिप्पणियों के लिए माफी मांगी, जो असंवेदनशील तरीके से की गई थीं.

यह भी पढ़ें:

ABOUT THE AUTHOR

...view details