मुंबई: 'कहते हैं ना ओल्ड इज गोल्ड'... बिल्कुल सही कहते हैं. क्योंकी हम आपको ऐसे कुछ पुराने गानों से रुबरु करवाने जा रहे हैं जो आज भी सदाबहार हैं और आने वाले कई सालों तक रहेंगे. चूंकी मानसून दस्तक दे चुका है और बारिश की बूंदे कह रही हैं कि अब गर्मी की वजह से परेशान होने की जरुरत नहीं बल्कि अब तो आसमान के नीचे बेखौफ आकर खूबसूरत बरसात को महसूस करने का समय है. अगर बाहर नहीं आना तो भी कोई बात नहीं खिड़की के झरोखे में बैठकर चाय की चुस्कियां लेते हुए अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनकर भी बारिश को एंजॉय किया जा सकता है. तो आइए आपका काम थोड़ा आसान कर देते हैं.
वैसे तो बॉलीवुड में बारिश से जुड़े कई गाने हैं लेकिन पुराने गानों की बात ही कुछ और है. आज भी कई पुराने गाने उतने ही सदाबहार और दिल को खुश करने वाले हैं. तो पुराने गानों के सागर से हम कुछ मोती निकालकर आपके लिए लाए हैं जिन्हें आप अपनी प्लेलिस्ट में जगह दे सकते हैं. तो आइए आपको रुबरु करवाते हैं उन गानों से...
1. सावन का महीना, पवन करे सोर
'सावन का महीना पवन करे सोर...' गाना साल 1967 में रिलीज हुई फिल्म 'मिलन' का है. जिसमें सुनील दत्त और नूतन को कास्ट किया गया. आज भी ये गाना उतना ही फेमस है और बारिश के मौसम खासकर सावन में कहीं न कहीं सुनने को मिल ही जाता है. इसे लता मंगेशकर और मुकेश ने आवाज दी है वहीं इसके लिरिक्स आनंद बख्शी ने लिखे हैं.
2. रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन
अमिताभ बच्चन और मौसमी चटर्जी पर फिल्माया गया यह गाना बारिश का मौसम आते ही कई लोगों के जहन में आ ही जाता है. यह गाना 1979 की फिल्म 'मंजिल' का है. इसमें किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने आवाज दी है.
3. प्यार हुआ इकरार हुआ
लता मंगेशकर और मन्ना डे की आवाज में गाया हुआ गाना 'प्यार हुआ इकरार हुआ', आज भी उतना ही पॉपुलर है. भले ही स्क्रीन ब्लैक-व्हाईट रही हो लेकिन राज कपूर और नरगिस पर फिल्माया गया यह गाना आज भी मानसून के टॉप सदाबहार गानों में से एक है.