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VIDEO: दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के बाद कबाड़खाना बना JLN स्टेडियम, मिलीं शराब की बोतलें, टूटीं कुर्सियां - DILJIT DOSANJH

दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के बाद दिल्ली का जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम एक कबाड़खाने में तब्दील हो गया है. देखें वीडियो

Diljit Dosanjh
दिलजीत दोसांझ (IANS)

By ETV Bharat Entertainment Team

Published : Oct 29, 2024, 10:39 AM IST

मुंबई: पंजाबी स्टार दिलजीत दोसांझ का बीते शनिवार दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक कॉन्सर्ट हुआ था. यहां तकरीबन 35 हजार लोगों ने शिरकत की थी. दिलजीत के फैंस ने यहां जमकर इन्जॉय किया. दिलजीत के कॉन्सर्ट की आवाज स्टेडियम से बाहर दूर-दूर तक पहुंच रही थी. दिलजीत के गानों पर उनके फैंस ने खूब हुड़दंग काटा. दिलजीत का कॉन्सर्ट होने के बाद स्टेडियम का बुरा हाल हो गया है. यहां शराब और पानी बोतलें जगह-जगह मिली हैं. वहीं, एक खिलाड़ी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और जिसके बाद इसका खूब विरोध हो रहा है.

बता दें, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खिलाड़ी रोजाना प्रैक्टिस करते हैं और अपना पसीना बहाते हैं, लेकिन कॉन्सर्ट के बाद यहां खिलाड़ियों का प्रैक्टिस करना दुभर हो गया है. वहीं, एक खिलाड़ी ने अपने वीडियो में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का एक-एक कोना दिखाया है, जहां कचरा ही कचरा नजर आ रहा है. अब इस खिलाड़ी के साथ-साथ लोगों का भी गुस्सा सिस्टम पर फूट रहा है.

वहीं, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का रनिंग ट्रैक पूरी तरह से बंद हो चुका है. वहां कूढ़े का ढेर लगा है. यहां टूटी हुईं कुर्सिया, सड़ा हुआ खाना और पानी से कीचढ़ ही कीचढ़ हो गई है. ऐसे में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में बदबू ही बदबू हो गई, जिसकी वजह से खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं. बता दें, धावक बेअंत सिंह ने इस वीडियो को शेयर किया है, जिसमें उन्होंने सिस्टम पर जमकर भड़ास निकाली है.

बता दें, दिलजीत के कॉन्सर्ट के लिए म्यूजिक लेबल सारेगामा और स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के बीच एक डील हुई थी. दिलजीत के कॉन्सर्ट के लिए यह जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 1 नवंबर तक के लिए बुक किया गया था. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को अब पूरी तरह से साफ किया जाएगा.

क्या बोले बेअंत सिंह

वीडियो में बेअंत सिंह ने कहा, 'ये औकात है इंडिया में स्पोर्ट्स की और स्पोर्ट्स पर्सन की, जहां पर बच्चे प्रैक्टिस करते हैं और यहां पर दारू पीकर लोग नाच गाना करते हैं. 10-10 दिन के लिए स्टेडियम बंद रहता है. जो बच्चों का सामान होता है प्रैक्टिस करने का उसको तोड़कर फेंक दिया जाता है. 4 साल बाद सोशल मीडिया पर सभी को याद आएगा कि ओलंपिक्स भी कुछ होता है. इंडिया के मेडल क्यों नहीं आते, इसलिए मेडल नहीं आते स्पोर्स्ट पर्सन को जो इज्जत मिलनी चाहिए सपोर्ट मिलना चाहिए वो नहीं मिलता है. किसी का किस्मत से मेडल आ भी जाता है फिर उसी को आगे सोशल मीडिया पर उसके साथ फोटो डालना, उससे मिलना और सारा फेम उसके नाम पर लूट लिया जाता है. जो सपोर्ट करना चाहिए वो नहीं किया जाता है.'

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