WATCH: 'मां छाया है, मां रक्षक...', मदर्स डे पर बिग बी की नई कविता, पढ़ते ही छलक जाएंगे आंसू - mothers day 2024
Mother's Day 2024: बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने मदर्स डे पर सभी माताओं को एक सुंदर कविता डेडिकेट किया है. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. इस कविता में उन्होंने अपनी मां के साथ एक पुरानी तस्वीर को भी जोड़ा है. देखें वीडियो..
मुंबई: बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने इंटरनेशनल मदर्स डे पर अपनी मां समेत सभी माताओं को एक खूबसूरत कविता डेडिकेट किया है. रविवार, 12 मई को, बिग बी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक कविता पोस्ट किया है, जिसे सुनकर हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है.
बिग बी ने बीते रविवार आधी रात को माताओं को समर्पित करते हुए एक कविता वाली एक भावुक क्लिप पोस्ट की. यह क्लिप 'कौन बनेगा करोड़पति' के फिल्मांकन के दौरान की है. इसे साझा करते हुए उन्होंने अपनी मां के बारे में याद किया है. वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा है, 'मां, हमारा पहला शब्द जो हम बोलते हैं, और जो अनंत तक रहता है'
कविता कुछ इस तरह है-
मां, मत सोचो ये क्या जल्दी है, मत सोचो ये क्यों कहना है, बस सुनने को बेताब है वो, मां से कह दो, जो कहना है, मां से कहना है, सांसों में भर लो वो खुशबू, जो उस आंचल से आती है, सांसों में भर लो वो खुशबू, जो उस आंचल से आती है, यादों में कर लो कैद वो पल, जब मां तुमको सहलाती है, पत्तों पे चमकती बूंद है मां, उसे हरदम कहां ठहरना है, जल्दी कह दो जो कहना है, मां से कह दो जो कहना है, मां छाया है, मां रक्षक है, साया है मां, है नेक दुआ, मां से बढ़कर इस जग में सुंदर, अब तक यहां पे कौन हुआ, बगिया का खिलता फूल है मां, उसे हरदम यहां महकना है, मां से कह दो जो कहना है, जल्दी कह दो जो कहना है.
अमिताभ बच्चन अक्सर अपने माता-पिता के बारे में जिक्र करते रहते हैं. उनके पिता, प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन का 2002 में निधन हो गया, जबकि उनकी मां तेजी बच्चन ने 2007 में हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गई.