पटना:बिहार में मैट्रिक की परीक्षाका आज तीसरा दिन है. आज द्वितीय भारतीय भाषा विषय के तहत संस्कृत, अरबी, फारसी, भोजपुरी की परीक्षा होगी. इस बार 1585 परीक्षा केंद्रों पर एग्जाम आयोजित हो रहे हैं. परीक्षा 23 फरवरी तक चलेगी. मैट्रिक परीक्षा में इस बार 16,94,781 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. इसमें छात्रों की संख्या 8,22,587 और छात्राओं की संख्या 8,72,194 है.
2 शिफ्ट में बिहार 10वीं बोर्ड परीक्षा:परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए प्रतिदिन दो शिफ्ट में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. परीक्षा में इस बार जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना वर्जित है. इंटरमीडिएट परीक्षा की तर्ज पर मैट्रिक परीक्षा में भी परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों का पहुंचना हर हाल में अनिवार्य है.
कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए सख्ती: मैट्रिक परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को दो शिफ्ट में गणित विषय की परीक्षा शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हुई. परीक्षा के दूसरे दिन प्रदेश भर में कदाचार करते पाए जाने पर 33 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए. 10 जिले से कुल 33 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए. जिसमें सर्वाधिक नालंदा जिले में 7 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए. इसके अलावा दूसरे के बदले परीक्षा देते 17 इंपर्सनेटर पकड़े गए. इसमें लखीसराय में सर्वाधिक 10 इंपर्सनेटर पकड़े गए. दूसरे के बदले परीक्षा देने वाले यह 17 परीक्षार्थी प्रदेश के 6 जिले से पकड़े गए.
क्या बोले बोर्ड के अध्यक्ष?:बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने स्पष्ट कहा है कि परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों का पहुंचना अनिवार्य है. कोई परीक्षार्थी लेट होते हैं और गेट फांद पर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई होगी. परीक्षा में कदाचार फैलाने का उन पर धारा लगाई जाएगी. इसके तहत 2 वर्षों के लिए परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा.