नई दिल्ली:जोमैटो, फ्लिपकार्ट, अमेजन, ब्लिंकिट और अन्य प्रमुख ऑनलाइन और क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए काम करने वाले डिलीवरी एजेंट जल्द ही पेंशन, प्रोविडेंट फंड और स्वास्थ्य बीमा के लिए पात्र होंगे. श्रम मंत्रालय बजट सत्र यानी 1 फरवरी से पहले इन कर्मचारियों के लिए एक नई नीति की घोषणा करने पर विचार कर रहा है.
डिलीवरी एजेंट या गिग वर्कर्स को प्रति-प्रोजेक्ट या प्रत्येक डिलीवरी के आधार पर भुगतान किया जाता है. उनके लिए पेंशन, पीएफ या बीमा जैसे कोई लाभ नहीं हैं. सरकार अब ऐसे गिग वर्कर्स की सामाजिक सुरक्षा के लिए एक नीति पेश करने की योजना बना रही है.
डिलीवरी एजेंट और गिग वर्कर्स के लिए वित्तीय सुरक्षा
केंद्र सरकार गिग वर्कर्स को वित्तीय सुरक्षा देने की योजना पर काम कर रही है. गिग वर्कर्स आम तौर पर ऐसे कर्मचारी होते हैं जिन्हें पूर्णकालिक काम करने के बजाय एक प्रकार के काम या प्रोजेक्ट के लिए पेमेंट किया जाता है, जैसे डिलीवरी एजेंट.