नई दिल्ली:बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश है. अधिक चिंताजनक बात यह है किवर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 100 सबसे प्रदूषित शहरों में से 83 शहर भारत में हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार का बेगुसराय 2023 का सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र था. भारत पिछले साल दुनिया के चार सबसे प्रदूषित शहरों का घर था. इसमें गुवाहाटी, दिल्ली और मुल्लांपुर, पंजाब शामिल है.
एयर पॉल्यूशन, जिसे मानव कल्याण के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय खतरा माना जाता है, लगभग हर नौ वैश्विक मौतों में से एक का कारण है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार वायु प्रदूषण के कारण प्रतिवर्ष सात मिलियन समय से पहले मौतें होती हैं.
एयर पॉल्यूशन कई बिमारियों का जड़
रिपोर्ट में विशेष रूप से पीएम2.5 पर ध्यान दिया गया, जो सबसे छोटा प्रदूषक है लेकिन सबसे खतरनाक भी है. PM2.5 प्रदूषण के संपर्क में आने से न केवल अस्थमा, कैंसर, स्ट्रोक और फेफड़ों की बीमारी जैसी विभिन्न स्वास्थ्य बीमारियां पैदा होती हैं. बल्कि बच्चों के विकास में भी बाधा आती है, मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों में योगदान होता है, और मधुमेह जैसी पहले से मौजूद स्थितियों को जटिल बनाता है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 134 देशों और क्षेत्रों में से 124 (92.5 फीसदी) का स्तर WHO के वार्षिक PM2.5 दिशानिर्देश मान से अधिक है. केवल सात देश-ऑस्ट्रेलिया, एस्टोनिया, फिनलैंड, ग्रेनाडा, आइसलैंड, मॉरीशस और न्यूजीलैंड-डब्ल्यूएचओ के वार्षिक PM2.5 दिशानिर्देश (वार्षिक औसत 5 µg/m3 या उससे कम) को पूरा करते हैं.