नई दिल्ली:अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने एक ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी रखी है. इसमें गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी ने बड़ी मात्रा में पैसे निवेश किया गया है. आएये जानते है कौन हैं धवल बुच?
कौन है धवल बुच?
लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, धवल बुच वर्तमान में ब्लैकस्टोन और अल्वारेज़ एंड मार्सल में वरिष्ठ सलाहकार हैं. वह गिल्डन के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम करते हैं. हाल ही तक वह ब्रिस्टलकोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महिंद्रा समूह के लिए समूह प्रौद्योगिकी के अंतरिम अध्यक्ष थे. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT-D) के पूर्व छात्र, उन्होंने 1984 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया है.
उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल में यह भी बताया गया है कि इससे पहले, धवल बुच का यूनिलीवर के साथ तीन दशक लंबा करियर था. यूनिलीवर में उनकी आखिरी भूमिका कंपनी के मुख्य खरीद अधिकारी के रूप में थी. और उससे पहले, उन्होंने एशिया/अफ्रीका क्षेत्र के लिए यूनिलीवर सप्लाई चेन का संचालन किया. ये दोनों भूमिकाएं सिंगापुर से संचालित थीं.