नई दिल्ली:भारत के सैटेलाइट टीवी परिदृश्य में बड़े बदलाव की संभावना है. दो प्रमुख खिलाड़ी रणनीतिक एकीकरण की ओर बढ़ रहे हैं. उद्योग में डिजिटल स्ट्रीमिंग की ओर लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. पारंपरिक डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) ऑपरेटर प्रतिस्पर्धी बने रहने और विकास को बनाए रखने के लिए नए तरीके तलाश रहे हैं.
द इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा समूह और भारती समूह अपने सैटेलाइट टीवी कारोबार को विलय करने के करीब हैं, जिससे लगभग 1.6 बिलियन डॉलर की इकाई बनेगी, जिसका उद्देश्य डिजिटल स्ट्रीमिंग की ओर ग्राहकों के निरंतर पलायन को नियंत्रित करना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरटेल का सीनियर मैनेजमेंट विलय के बाद बनने वाली इकाई के परिचालन की देखरेख करेगा, जबकि टाटा के पास बोर्ड में दो सीटें बरकरार रहने की उम्मीद है.
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि विलय के बाद बनने वाली इकाई का संचालन भारती एयरटेल द्वारा किया जाएगा, जिसके पास संभवतः 52 फीसदी-55 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जबकि शेष हिस्सेदारी टाटा प्ले के शेयरधारकों के पास होगी, जिसमें वॉल्ट डिजनी भी शामिल है.