हैदराबाद:आज के समय में बैंकिंग क्षेत्र में काफी बदलाव हो रहे हैं. डिजिटल बैंकिंग से पूरा बैंकिंग सिस्टम ही बदल गया है. स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन कुछ ही सेकंड में पूरा हो जाता है. वहीं, साइबर अपराधी भी मिनटों में अकाउंट हैक कर रहे हैं. ग्राहकों की मासूमियत के अलावा साइबर अपराधी हर दिन नई-नई रणनीति से ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इसके चलते बैंकर्स समय-समय पर ग्राहकों को अलर्ट भी करते रहते हैं.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई और पीएनबी के साथ-साथ निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई और एक्सिस जैसे बैंक अपने ग्राहकों को चेतावनी दे रहे हैं. मोबाइल फोन पर भेजे गए अनावश्यक संदेशों और लिंक पर क्लिक न करें... ओटीपी, डेबिट/क्रेडिट कार्ड नंबर, पिन नंबर आदि किसी को भी देने की चेतावनी दी गई है. यह भी सलाह दी जाती है कि अनजान ऐप्स पर न जाएं और उन्हें इंस्टॉल न करें.
हाल ही में, भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को भेजे जा रहे फर्जी मैसेज के खिलाफ चेतावनी जारी की है. बता दें, एक एंटरप्राइज वाइड लॉयल्टी प्रोग्राम (Enterprise Wide Loyalty Program) के तहत एसबीआई अपने ग्राहकों को कई बैंकिंग चैनलों पर हर रोज ट्रांजेक्शन और पेमेंट के लिए रिवॉर्ड पॉइंट देता है. प्रत्येक रिवॉर्ड प्वाइंट का वैल्यू 25 पैसे है. ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में बैंक ने कहा कि साइबर फ्रॉड एसबीआई रिवॉर्ड पॉइंट्स को कैश में बदलने के लिए के लिए ग्राहकों को एसएमएस और व्हाट्सएप पर एपीके और मैसेज भेज रहे हैं.
पोस्ट में, एसबीआई ने स्पष्ट किया कि बैंक कभी भी एसएमएस या व्हाट्सएप पर लिंक या अवांछित एपीके नहीं भेजता है. एसबीआई अपने ग्राहकों को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने या अज्ञात फाइलों को डाउनलोड करने के खिलाफ चेतावनी भी देता है. अनजान लोगों के लिए, एपीके का मतलब एंड्रॉइड एप्लिकेशन पैकेज है. एपीके एक एप्लिकेशन फाइल प्रकार है जिसका उपयोग एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में डिवाइस पर ऐप्स वितरित करने और इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है.
एसबीआई का अलर्ट: ग्राहक ध्यान दें, धोखेबाजों से सावधान रहें.
यह देखा गया है कि धोखेबाज एसबीआई रिवॉर्ड पॉइंट्स को कैश आउट करने के लिए एसएमएस या व्हाट्सएप पर एपीके और संदेश भेज रहे हैं. कृपया ध्यान दें कि एसबीआई कभी भी एसएमएस या व्हाट्सएप पर लिंक या अवांछित एपीके साझा नहीं करेगा.