पहली बार ग्रामीण बाजारों ने इस मामले में शहरी मार्केट को दी मात, जानिए कैसे - FMCG sales in Q1
FMCG sales- Q1 में 5 तिमाहियों में पहली बार ग्रामीण एफएमसीजी की बिक्री शहरी से अधिक हो गई है. कंज्यूमर इंटेलिजेंस फर्म नीलसनआईक्यू (एनआईक्यू) ने मंगलवार को इस रिपोर्ट को जारी कर जानकारी दी है. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली:कंज्यूमर इंटेलिजेंस फर्म नीलसनआईक्यू (एनआईक्यू) ने मंगलवार को अपने तिमाही सेक्टर अपडेट जारी की है. इसमें कहा गया है कि जनवरी-मार्च 24 तिमाही में ग्रामीण बाजारों ने पांच तिमाहियों में पहली बार पैकेज्ड कंज्यूमर वस्तुओं के लिए शहरी खपत को पीछे छोड़ दिया है. जबकि तिमाही में शहरी मांग में ग्रेजुअल रूप से 5.7 फीसदी की गिरावट आई, ग्रामीण बाजार, जो समग्र एफएमसीजी विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, 7.6 फीसदी की दर से बढ़े.
बता दें कि नीलसनआईक्यू ने कहा कि कुल मिलाकर एफएमसीजी क्षेत्र में खपत के आधार पर मूल्य के आधार पर 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि मूल्य वृद्धि 0.1 फीसदी पर स्थिर रही.
एनआईक्यू ने कहा कि एफएमसीजी उद्योग की वृद्धि उपभोग प्रवृत्तियों से प्रेरित है, पांच तिमाहियों में पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों ने शहरी विकास को पीछे छोड़ दिया है. मात्रा, या बेची गई इकाइयों की संख्या के आधार पर, जनवरी-मार्च 24 तिमाही के लिए कुल मिलाकर इस क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर 6.5 फीसदी की वृद्धि हुई. एक साल पहले की इसी तिमाही में वॉल्यूम ग्रोथ 3.1 फीसदी थी. गैर-खाद्य क्षेत्र में बिक्री 11 फीसदी बढ़ी, जो कि खाद्य पदार्थों की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ी, जो मात्रा के हिसाब से 4.8 फीसदी बढ़ी.
नील्सनआईक्यू ने कहा कि जहां शहरी बाजारों और आधुनिक व्यापार चैनलों में खपत में मंदी रही, वहीं ग्रामीण भारत और पारंपरिक व्यापार में तेजी आई.