हैदराबाद :सरकार की ओर निवेश को बढ़ावा देने के लिए 14 अप्रैल को महिला बचत दिवस मनाया जाता है, लेकिनभारत में शादी-विवाह व अन्य शुभ मुहूर्त पर जेवरात भेंट करने की शदियों पुरानी परंपरा है. यही नहीं अब जन्मदिन, शादी की सालगिरह सहित अन्य अवसरों पर जेवरात भेंट करने की परंपरा बढ़ रही है. इसके अलावा महिलाएं फैशन के लिहाज के साथ-साथ घर-परिवार के बचत का उपयोग आभूषण खरीदने के लिए करती हैं. सोने-चांदी व अन्य जेवरात की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आज के समय में यह सबसे ज्यादा रिर्टन देने वाला सेक्टर बन गया है. 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का 1965 में 71.75 मूल्य था. 2000 में यह 4,400.00 रुपये तक पहुंच गया. 2020 में 48,651.00 रुपये पहुंच गया. 2022 में 52,670.00, 2023 में 65,330.00 रुपये और इस साल अभी तक यह 72,380.00 रुपये के मूल्य को पार कर चुका है.
सोने के मूल्य में उतार-चढ़ाव
साल मूल्य (24 कैरेट/10ग्राम) रुपये में
- 1965- 71.75
- 1970- 184.50
- 1975- 540.00
- 1980- 1330.00
- 1985- 2130.00
- 1990- 3200.00
- 1995- 4680.00
- 2000- 4,400.00
- 2005- 7000.00
- 2010- 18500.00
- 2015- 26,343.50
- 2016- 28,623.50
- 2017- 29,6670.00
- 2018- 31,483.00
- 2019- 35,220.00
- 2020- 48,651.00
- 2021- 48,720.00
- 2022- 52,670.00
- 2023- 65,330.00
- 2024- 72,380.00 (12 अप्रैल 2024)
महिलाओं के लिए प्रमुख सेविंग स्कीम
- राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र -7.7 प्रतिशत
- सुकन्या समृद्धि योजना- 8 प्रतिशत
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना-8.2 फीसदी
- किसान विकास पत्र 7.6 फीसदी (115 महीने में परिपक्व)
- लोक भविष्य निधि- 7.1 फीसदी
- महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट-7.5 फीसदी/सालाना
एक नजर में महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट 2023
- घोषणाः 2023- 24 से बजट के दौरान
- योग्यताः कोई भी भारतीय महिला/लड़की
- योजना की शुरूआतः 1 अप्रैल 2023 से
- योजना की समाप्तिः 31 मार्च 2025 तक
- ब्याजः 7.5 फीसदी/सालाना.
- लाभः प्रत्येक 3 महीने पर चक्रवृद्धि ब्याज के साथ खाते में राशि अपडेट होगा.
- न्यूनतम निवेशः1000/- रुपये
- अधिकतम निवेशः 2 लाख रुपये
- परिपक्वता अवधि: 2 साल
14 अप्रैल को मनाया जाता है महिला बचत दिवस
भारत में हर साल 14 अप्रैल को महिला बचत दिवस मनाया जाता है. महिला बचत दिवस लघु बचत निदेशक और क्षेत्रीय निदेशक, राष्ट्र बचत संस्थान और राज्य और केंद्र सरकार के अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों की भागीदारी के साथ मनाया जाता है. यह दिन महिला प्रधान क्षेत्रीय बचत योजना (Mahila Pradhan Kshetriya Yojna) और अन्य महिला केंद्रित योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करके महिलाओं में छोटी बचत की आदत विकसित करने पर केंद्रित है. पैसे बचाए बिना आप अपने किसी भी वित्तीय लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकते हैं. घर खरीदने से लेकर आरामदायक सेवानिवृत्ति का आनंद लेने तक हर चीज में बचत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.