नई दिल्ली:शेयर बाजार की स्थिति कब कैसी होगी, यह कोई नहीं बता सकता. कई बार भारी नुकसान में चले जाते हैं. उसके बाद फिर संभल भी जाते हैं. यह बात लगभग सभी जानते हैं. इससे लंबी अवधि के निवेशकों को फायदा हो सकता है, वहीं कुछ को नुकसान भी हो सकता है. लेकिन म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश करने वालों को उतनी चिंता करने की जरूरत नहीं होती है. बाजार की स्थिति कैसी भी हो, अगर आप निवेश करते रहेंगे, तो आपको मुनाफा मिलेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? सबसे पहले, हमारे वित्तीय लक्ष्य क्या हैं? उन्हें हासिल करने के लिए क्या करना चाहिए?
SIP की शुरुआत स्पष्ट योजना के साथ करनी चाहिए. लेकिन आपके निवेश लक्ष्य भविष्य में बदल सकते हैं. अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत हो सकती है. कई लोग कई निवेश योजनाओं में निवेश करते हैं. लेकिन, ऐसा लगता है कि उन्हें लक्ष्य हासिल करने के लिए जरूरी रकम नहीं मिल रही है.
इसका मुख्य कारण भविष्य की लागतों के बारे में जागरूकता की कमी है. लक्ष्य तक पहुंचने की समय सीमा क्या है और तब तक कम से कम 6-7 फीसदी मुद्रास्फीति के साथ कितना चाहिए? गणना करें कि आपको कितनी जरूरत है. SIP की राशि उसी हिसाब से तय करनी चाहिए. सुनिश्चित करें कि प्रत्येक लक्ष्य के लिए अलग-अलग SIP हो. सभी कारकों पर विचार करने के बाद ही किसी उपयुक्त योजना का चयन करना चाहिए.