नई दिल्ली:अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (सीएआईटी) के अनुसार, देश भर में जन्माष्टमी उत्सव के कारण व्यापार में उछाल आया है. और लेनदेन का आंकड़ा 25,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया.
ये आंकड़े जन्माष्टमी के जन्म सेलिब्रेशन से प्रेरित त्योहार के दौरान उपभोक्ता खर्च में वृद्धि को दिखाते हैं, जो वर्ष की सबसे अधिक व्यावसायिक रूप से सक्रिय अवधियों में से एक है.
CAIT के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस महत्वपूर्ण त्यौहार के दौरान बड़े पैमाने पर बिक्री देखी गई, विशेष रूप से फूल, फल, मिठाई, देवी-देवताओं की पोशाकें, सजावटी सामान, व्रत की मिठाइयां, दूध, दही, मक्खन और सूखे मेवे की. प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि जन्माष्टमी जैसे त्यौहार सनातन अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि जन्माष्टमी पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाई गई, खासकर उत्तर और पश्चिम भारत में, जहां यह त्यौहार बहुत खुशी के साथ मनाया गया.