रिटायरमेंट के बाद कभी नहीं होगी पैसों की टेंशन, क्रेडिट स्कोर को बनाए सही तो मजे से कटेगा बुढ़ापा - Credit score - CREDIT SCORE
Credit score- एक अच्छा क्रेडिट स्कोर हासिल करने से आपको कम ब्याज दर और बेहतर शर्तों वाले क्रेडिट कार्ड या लोन दिलवाने में मदद कर सकता है. अच्छे क्रेडिट स्कोर के मदद से आप अपने रिटायरमेंट के बाद की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं. जानें एक अच्छा क्रेडिट स्कोर कैसे मदद करता है? पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली:फाइनेंशियल चिंताओं से मुक्त रिटायरमेंट हर किसी की इच्छा होती है. युवावस्था के दौरान, हम अक्सर अपनी छोटी और दीर्घकालिक आवश्यकताओं के आधार पर लोन लेते हैं. लोन सुरक्षित करने के लिए एक अच्छा स्कोर बनाए रखना महत्वपूर्ण है क्योंकि क्रेडिट ब्यूरो 300 से 900 के बीच स्कोर देता हैं, 750 से ऊपर कुछ भी हाई माना जाता है, 600 से 750 औसत माना जाता है, और 599 से नीचे खराब क्रेडिट रेटिंग का संकेत होता है.
क्रेडिट स्कोर
योग्य क्रेडिट स्कोर बनाए रखने का महत्व रिटायरमेंट के बाद भी बना रहता है, क्योंकि क्रेडिट ब्यूरो क्रेडिट का आकलन करते समय रिटायरमेंट या उम्र को ध्यान में नहीं रखता है. किसी व्यक्ति के कामकाजी जीवन में अच्छे क्रेडिट हेल्थ को बनाए रखना रिटायरमेंट में सुचारु रूप के लिए अनिवार्य है.
हालांकि रिटायरमेंट खुद सीधे तौर पर क्रेडिट स्कोर को प्रभावित नहीं कर सकती है, लेकिन रिटायरमेंट से पहले का क्रेडिट व्यवहार रिटायरमेंट के बाद की साख को प्रभावित कर सकता है.
जानें एक अच्छा क्रेडिट स्कोर कैसे मदद करता है? रिटायरमेंट से पहले लोन के बोझ को कम करना, इनकम सोर्स में विविधता लाना और रीपेमेंट का पालन करना क्रेडिट को बनाए रखने में महत्वपूर्ण कदम हैं. रिटायरमेंट के बाद, एक ठोस क्रेडिट स्कोर कई लाभ देता रहता है, जिसमें आवास या चिकित्सा आपात स्थिति के लिए लोन मंजूरी की सुविधा से लेकर क्रेडिट कार्ड सुविधाओं का लाभ उठाना और एंटरप्रेनर्शिप के प्रयासों को आगे बढ़ाना शामिल है.
इनमें मदद करेगा क्रेडिट स्कोर
नया घर या नवीनीकरण-जब आप रिटायर होंगे, तो आपकी पारिवारिक स्थितियां बदल सकती हैं. आपको बड़े घर की आवश्यकता हो सकती है, या आप नया घर खरीदना चाह सकते हैं. या फिर अगर आपके पास पहले से ही एक घर है, तो आपको उसकी मरम्मत या नवीनीकरण की आवश्यकता हो सकती है. कई वित्तीय जरूरतें हो सकती हैं. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपको अनुकूल शर्तों पर बैंक लोन दिलवाने में मदद करता है.
मेडिकल इमरजेंसी-बुढ़ापे में हमें अक्सर अचानक हेल्थ इमरजेंसी का सामना करना पड़ता है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है. अस्पताल में भर्ती होने और दवाओं के खर्च से किसी की बचत काफी हद तक खत्म हो सकती है. ऐसे गंभीर संकट में, हाई क्रेडिट स्कोर वाले लोगों के लिए पर्सनल लोन के लिए अप्रूवल मिलने के चांस होते है.
अपना बिजनेस शुरू करना-कुछ लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत होती है. रिटायरमेंट के बाद, अगर आप अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो बैंक में लोन के लिए आवेदन करने के लिए अच्छा क्रेडिट स्कोर होना जरूरी है.
ये फैक्टर आपके क्रेडिट स्कोर पर असर डाल सकते है
हर बार अपने बिल का पेमेंट समय पर करें- इसमें केवल क्रेडिट कार्ड शामिल नहीं हैं - सेल फोन जैसे अन्य खातों पर देर से या छूटे पेमेंट की सूचना क्रेडिट ब्यूरो को दी जा सकती है, जो आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकती है. अगर आपको बिल का पेमेंट करने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत लेंडर से संपर्क करें. भले ही आप किसी बिल पर विवाद कर रहे हों, पेमेंट को नहीं छोड़ें.
अपना कर्ज चुकाएं- जितनी जल्दी हो सके अपना कर्ज चुकाएं
अपने क्रेडिट कार्ड का बैलेंस सीमा से काफी नीचे रखें- आपकी क्रेडिट सीमा की तुलना में अधिक बैलेंस आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है.
क्रेडिट के लिए ध्यान से अप्लाई करें-कम टाइम पीरियड में मल्टीपल क्रेडिट अकाउंट के लिए आवेदन करने से आपके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ सकता है.
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को हमेशा चेक करें-अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें कि आपकी व्यक्तिगत जानकारी सही है और कोई गलत या अधूरी खाता जानकारी नहीं है.