नई दिल्ली: नए साल में रिजर्व बैंक ने लोन देने वाली कंपनियों को हर 15 दिन पर कर्जदारों का क्रेडिट रिकॉर्ड देने को कहा है. आमतौर पर लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्सनल लोन लेते हैं. इमरजेंसी में पैसों की जरूरत पूरा करने के लिए लोगों के पास पर्सनल लोन सबसे अच्छा विकल्प होता है. इसमें ज्यादा कागजी प्रक्रिया पूरी करने की भी जरूरत नहीं होती है.
इसके चलते कई बार बैंक अपने ग्राहकों को प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन का ऑफर देते हैं. लोगों को पर्सनल लोन कुछ ही स्टेप में घर बैठे-बैठे आसानी से मिल जाता है. हालांकि, पर्सनल लोन लेने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि पर्सनल लोन के जितने फायदे हैं, उतने उसके नुकसान भी हैं.
पर्सनल लोन के फायदे क्या हैं?
पर्सनल लोन लेने के लिए आपको कारण बताने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि यह अनसिक्योर्ड होते हैं. इसके अलावा पर्सनल लोन की प्रक्रिया भी काफी आसान और तेज होती है. ऐसे में कई बैंक और वित्तीय संस्थान लोन का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन पूरा कर लेते हैं.
इतना ही नहीं पर्सनल लोन लेने के लिए ग्राहकों को बैंक के पास कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती. पर्सनल लोन चुकाने के लिए ग्राहकों को अमूमन एक से पांच साल तक समय मिलता है. इसलिए लोग को अपनी कमाई और बजट के हिसाब से कर्ज चुकाते हैं.