नई दिल्ली:अक्षय तृतीया, जिसे अक्ती या आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है. एक भारतीय त्योहार है जो वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष के तीसरे चंद्र दिवस (तिथि) को मनाया जाता है. अब जैसे-जैसे 10 मई नजदीक आ रही है, देश भर में लोग अक्षय तृतीया मनाने की तैयारी में लग चुके है. अक्षय तृतीया को सोने की खरीदारी से जुड़े होने के लिए माना जाता है. जैसा कि 'अक्षय' शब्द का अर्थ है 'कभी कम न होने वाला', ऐसा माना जाता है कि इस त्योहार पर सोना खरीदने से अनंत धन की गारंटी होती है. इसी मान्यता के चलते देश के कई हिस्सों में लोग इस दौरान सोने की खरीदारी करते हैं. भले ही सोने की कीमतें ऊंची हैं, लेकिन व्यापारियों को अभी भी उम्मीद हैं कि इस साल सोने की मजबूत मांग होगी.
इस दिन सोना खरीदने का रिवाज क्यों है?
अक्षय तृतीया के दौरान सोना खरीदना प्रमुख रीति-रिवाजों में से एक है, क्योंकि इसे स्थायी धन और भगवान की कृपा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. कई लोग सोने के सिक्के खरीदना पसंद करते हैं. इसे यह सुनिश्चित करने के तरीके के रूप में देखते हैं कि वे देवताओं को प्रसन्न कर रहे हैं.
हिंदू पौराणिक कथाओं में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि यह भगवान ब्रह्मा के पुत्र अक्षय कुमार के जन्म का प्रतीक है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस दिन से जुड़ी कहानी अलग-अलग है. यह त्योहार में अर्थ की एक गहरी परत जोड़ता है. प्राचीन परंपराओं और मान्यताओं में इसकी जड़ों को मजबूत करता है.
भारत में, यह दृढ़ विश्वास है कि कुछ वस्तुएं, जैसे सोने के सिक्के और आभूषण, केवल शुभ अवसरों पर ही खरीदी जानी चाहिए, और अक्षय तृतीया को ऐसी खरीदारी के लिए सबसे अनुकूल दिनों में से एक माना जाता है.
अक्षय तृतीया से पहले ही सोने की बुकिंग शुरू
जैसे-जैसे 10 मई नजदीक आ रही है, कई लोग उत्सव की प्रत्याशा में अपने सोने के सिक्कों को सुरक्षित करने के लिए पहले से ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ब्राउज कर रहे हैं.
जुलाई के बाद सोने की कीमत बढ़ सकती
ईटीवी भारत से बात करते हुए ऑल इंडिया जेम एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन सैयाम मेहरा ने कहा कि भारत में सोने की उच्चतम कीमत 70,000 रुपये को पार कर गई है. फिलहाल यह अपने चरम से थोड़ा कम हुआ है. उनका अनुमान है कि आने वाले महीनों में कीमत में और गिरावट आ सकती है और 68,000 से 68,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच सकती है. हालांकि, आगे देखते हुए इसके फिर से बढ़ने की उम्मीद है और यह 75,000-76,000 रुपये को पार कर सकता है. इसलिए जुलाई के बाद सोने की कीमतें बढ़ने का अनुमान है.