नई दिल्ली: कांग्रेस ने रायबरेली और वायनाड सीट को लेकर बड़ा फैसला किया है. पार्टी ने ऐलान किया कि राहुल गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट छोड़ेंगे और उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद बने रहेंगे. इसके अलावा पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी.
इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रायबरेली सीट से गांधी-नेहरू परिवार का पुराना नाता है, इसलिए राहुल गांधी रायबरेली सीट नहीं छोड़ेंगे और प्रियंका गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, अब सवाल यह है कि आखिर प्रियंका गांधी वायनाड से ही चुनाव क्यों लड़ रही हैं. दरअसल, यह कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. इस फैसले से कांग्रेस ने एक साथ कई निशाने साधने की कोशिश की है.
यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश
लोकसभा 2024 के चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया अलायंस ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है. कांग्रेस को खुद इसकी उम्मीद नहीं होगी. ऐसे में लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को सूबे में मजबूत होने की उम्मीद मिली है. दरअसल, कांग्रेस ने चुनाव में रायबरेली सीट के साथ-साथ अमेठी की सीट को एक बार फिर से जीत लिया है. यह दोनों सीट कांग्रेस का गढ़ रही हैं.
हालांकि, 2019 में यहां राहुल गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था और यह सीट बीजेपी के खाते में चली गई थी. हालांकि, अब राहुल गांधी ने रायबरेली की सीट पर बने रहने का फैसला किया है.