क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व - LABOUR DAY 2024
International Labour Day 2024 : हर साल 1 मई को हम मजदूर दिवस मनाते हैं, जिसे मई दिवस या अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस भी कहा जाता है. यह दिन दोहरे उद्देश्य को पूरा करता है. पहला श्रमिकों को उनके अधिकारों की याद दिलाना और दूसरा समाज में उनके योगदान के लिए उन्हें वह मान्यता देना, जिसके वे हकदार हैं. पढ़ें पूरी खबर...
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
हैदराबाद : अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस हर साल 1 मई को मनाया जाता है. यह दिन श्रमिकों के योगदान को पहचानने और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. यह समाज और अर्थव्यवस्था में श्रम के महत्व की याद दिलाने का भी काम करता है. आज अलग-अलग देशों में अलग-अलग थीम के साथ अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की थीम अभी भी लंबित है. हालांकि, यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों के लिए उनके संघर्ष को उजागर करना है.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
श्रमिक और श्रमिक वर्ग किसी देश की प्रेरक शक्ति हैं. वे ही हैं जो विकास की शुरुआत करने के लिए अधिकांश कार्य करते हैं. देश और राज्य का निर्माण उसके बुनियादी ढांचे, विकास और अर्थव्यवस्था से होता है, श्रमिक इन चीजों की जड़ों तक जाते हैं और देश और दुनिया में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बुनियादी स्तर पर काम शुरू करते हैं. श्रमिक और श्रमिक वर्ग अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे समाज की रीढ़ हैं. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम नियमित रूप से उनकी भलाई का ध्यान रखें और उनके मुद्दों को सुनें.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
मजदूर दिवस से जुड़े कुछ प्रमुख तथ्य
मजदूर दिवस का इतिहास श्रमिकों पर केंद्रित पहला मई दिवस समारोह 1 मई 1890 को मनाया गया था. अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का इतिहास 1886 से मिलता है, जब संयुक्त राज्य अमेरिका के शिकागो में कपड़ा श्रमिकों ने हड़ताल की थी, जिसमें मांग की गई थी कि उन्हें दिन में आठ घंटे काम करने की अनुमति दी जाए. यह हड़ताल कई देशों में आठ घंटे के कार्य दिवस के नियम को स्थापित करने में सफल रही. हालांकि, इसका मजदूरों की कामकाजी स्थितियों पर कोई तत्काल प्रभाव नहीं पड़ा. हड़ताल ने केवल आठ घंटे के कार्यदिवस नियम को स्थापित करने में मदद की, जिसे बाद में अन्य देशों ने अपनाया.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस हमेशा दुनिया भर के समारोहों, विरोधों और हड़तालों के लिए जाना जाता है. इस दिन की सबसे प्रसिद्ध घटनाओं में से एक है 1971 में वियतनाम युद्ध के खिलाफ अमेरिकी नागरिकों द्वारा किया गया अवज्ञा आंदोलन.
कैसे शुरू हुआ आंदोलन इस दिन की शुरुआत अमेरिका के शिकागो शहर से हुई, जहां 1986 को मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हुए आंदोलन किया. 15-15 घंटे काम करने वाले मजदूर अपने 8 घंटे के कार्य दिवस के लिए हड़ताल पर थे. इस दौरान लाठीचार्ज और पुलिस फायरिंग में बहुत से मजदूरों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए. घटना के 3 साल बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की बैठक हुई. इसमें तय किया गया कि हर मजदूर से प्रतिदिन 8 घंटे ही काम लिया जाएगा. वहीं सम्मेलन के बाद 1 मई को मजदूर दिवस मनाने का फैसला लिया गया. इस दिन हर साल मजदूरों को छुट्टी देने का भी फैसला लिया गया. बाद में अमेरिका के मजदूरों की तरह अन्य कई देशों में भी 8 घंटे काम करने के नियम को लागू कर दिया गया.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
भारत में मई दिवस 1 मई, 1923 को लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान द्वारा मद्रास (अब चेन्नई) में भारत में मजदूर दिवस का पहला उत्सव आयोजित किया गया था. यह वह समय भी था जब इसके लिए लाल झंडा भारत में पहली बार इस्तेमाल किया गया था. कम्युनिस्ट नेता मलयपुरम सिंगारवेलु चेट्टियार ने इस अवसर को मनाने के लिए लाल झंडा उठाया था और बैठकें आयोजित की थीं. चेट्टियार ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें कहा गया कि सरकार को भारत में मजदूर दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा करनी चाहिए और तब से देश ने इस दिवस को मनाना जारी रखा है. 1891 में, इंटरनेशनल की दूसरी कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर मई दिवस को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मान्यता दी. इस अवसर को चिह्नित करने के लिए भारत में पहली बार लाल झंडे का इस्तेमाल किया गया था.
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 2024: महत्व अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों के लिए उनके संघर्ष को बढ़ावा देना है. यह समाज और अर्थव्यवस्था में श्रम के महत्व की याद दिलाने का भी काम करता है.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 2024 मनाने के तरीके अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने के विभिन्न तरीके हैं. कई देशों में, यह एक सार्वजनिक अवकाश है, और इस अवसर को चिह्नित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और समारोह आयोजित किए जाते हैं.इन आयोजनों में श्रमिक नेताओं और राजनेताओं की रैलियां, मार्च और भाषण शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा, कई देश श्रमिकों और समाज में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं.