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लखनवी खाने का 'दम' मनवाने वाले शेफ इम्तियाज कुरेशी का निधन, 'क्यूलनेरी जीनियस' को इन मास्टर शेफ्स ने ऐसे किया याद

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 17, 2024, 8:49 AM IST

Legendary Chef Imtiaz Qureshi Dies : प्रसिद्ध शेफ इम्तियाज कुरेशी का 93 वर्ष की आयु में निधन मुंबई में हो गया. मधुमेह से पीड़ित कुरैशी 14 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शेफ रणवीर बरार ने 'जीवन बदलने वाले' पल को याद किया.

Legendary Chef Imtiaz Qureshi Dies
प्रसिद्ध शेफ इम्तियाज कुरेशी की फाइल फोटो. (तस्वीर: एक्स/@AdnanSamiLive))

मुंबई:प्रसिद्ध शेफ इम्तियाज कुरैशी का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण शुक्रवार तड़के मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया. इम्तियाज के पुत्र इश्तियाक कुरैशी ने 'पीटीआई-भाषा' को यह जानकारी दी. इम्तियाज 93 वर्ष के थे. 'क्यूलनेरी जीनियस' कहे जाने वाले कुरैशी खाना पकाने की दम पुख्त शैली की पुरानी-लखनवी परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए जाने जाते थे.

उन्हें आईटीसी होटलों और कई अन्य प्रतिष्ठित स्थानों पर बुखारा (तंदूर से पकाए गए भारतीय व्यंजन) को प्रसिद्धी दिलाने वाले मास्टरमाइंड दर्जा हासिल था. उनके निधन पर दुनिया भर में कुछ प्रमुख शेफ और रेस्तरां मालिकों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं साझा कीं. सभी ने कुरेशी की 'पाक कला से जुड़ी विरासत और योगदान' की सराहना की.

शेफ कुणाल कपूर ने शेफ कुरेशी के निधन की खबर पोस्ट करते हुए कहा कि बहुत दुख और भारी मन के साथ, मैं आपको पद्मश्री शेफ इम्तियाज कुरेशी के निधन की दिल दहला देने वाली खबर बताते हुए दुखी हूं... कपूर ने कहा कि कुरेशी के 'क्यूलनेरी जीनियस' थे. उनकी विरासत और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और संजोया जाएगा.

इस बीच, रेस्तरां मालिक और इंडिगो हॉस्पिटैलिटी पी लिमिटेड के संस्थापक, अनुराग कटरियार ने कहा कि दिग्गज मास्टर शेफ इम्तियाज कुरेशी का निधन एक युग का अंत! है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि अभी सुना कि दम पुख्त और बुखारा और कई अन्य प्रतिष्ठित स्थानों के निर्माता, प्रसिद्ध मास्टर शेफ इम्तियाज कुरेशी अब नहीं रहे. वह निस्संदेह भारतीय पाककला जगत के असली रॉकस्टार थे.

एक अन्य लोकप्रिय शेफ रणवीर बरार ने कहा कि उनके लिए इम्तियाज कुरेशी एक 'लोकगीत' की तरह थे जिनके साथ वह बड़े हुए हैं. उन्होंने याद करते हुए कहा कि यह 1998-1999 के आसपास की बात है जब मैं दिल्ली के ताज पैलेस में एक प्रशिक्षु शेफ के रूप में काम कर रहा था. मुझे याद है कि मुझे 612 रुपये तरख्वा मिली थी. मैं तुरंत आईटीसी मौर्या गया था और वहां दम पुख्त में गलौटी कबाब खाया था. उन्होंने कहा कि मैं आईटीसी होटल में इम्तियाज कुरेशी का पकाया खाना खा रहा था, मेरे लिए जीवन बदलने वाला था. उन्होंने न केवल दम पुख्त तकनीक को लखनऊ से बाहर निकाला, बल्कि उन्होंने इसे एक व्यक्तिगत टच के साथ और अचूक तरीके से परिष्कृत किया. आरआईपी शेफ, आपकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी...

गायक अदनान सामी ने भी 'क्यूलनेरी जीनियस' के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह जानकर दुख हुआ कि पद्मश्री मास्टर शेफ इम्तियाज कुरेशी का निधन हो गया. वह एक 'क्यूलनेरी जीनियस' और जीवन के प्रति उत्साह से भरपूर व्यक्ति थे!! वह अवधी व्यंजनों के आधुनिक जनक भी थे और उनकी बिरयानी उन सभी चीजों के बीच प्रसिद्ध थी जो उन्होंने दुनिया को खिलाई थी. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं... अल्लाह उन्हें जन्नत-उल-फिरदौस में आशीर्वाद दे... आमीन.

इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (IIHM) ने पद्मश्री शेफ इम्तियाज कुरेशी के एक उद्धरण को ट्वीट किया: मैंने अपने पूरे जीवन में बिना किसी लालच के ईमानदारी से काम किया है. होटल प्रबंधन कॉलेज ने कहा कि आईआईएचएम परिवार महानतम पाककला दिग्गजों में से एक के निधन पर शोक में पूरी दुनिया के साथ शामिल है.

शेफ विकास सेठ ने भी ट्वीट किया कि महान पद्मश्री शेफ इम्तियाज कुरेशी के निधन के बारे में सुनना वास्तव में पाक कला जगत के लिए एक क्षति है. भोजन की दुनिया में उनके योगदान और उद्योग पर उनके प्रभाव को हमेशा याद किया जाएगा. परिवार, दोस्तों के प्रति हार्दिक संवेदना.

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