नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी जैसे आर्थिक भगोड़ों से 22,280 करोड़ रुपये की संपत्तियां रिकवर की हैं.
उन्होंने बताया कि ईडी ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की 14,131 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है, जबकि नीरव मोदी से 1,052 करोड़ रुपये, मेहुल चोकसी मामले में 2,565 और NSEL मामले में 17 लगभग 17 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है.
सीतारण ने कहा, "PMLA के मामले में ED ने कम से कम 22280 करोड़ रुपये की संपत्तियां सफलतापूर्वक वापस हासिल की हैं. हमने किसी को भी नहीं छोड़ा है, भले ही वे देश छोड़कर भाग गए हों, हम उनके पीछे पड़े हैं और उनको नहीं छोड़ेंगे."
विदेशों में जमा काले धन को लेकर पूछे गए सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि 2015 का काला धन अधिनियम वास्तव में बहुत से टैक्सपेयर्स पर निवारक असर डाल रहा है और वे खुद ही विदेशी में मौजूद अपनी संपत्ति का खुलासा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विदेशी संपत्ति का खुलासा करने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है. यह संख्या 2021-22 में 60,467 थी, जो 2024-25 में बढ़कर दो लाख हो गई है.
किसको दी गई राशि?
सीतारण ने बताया कि ईडी ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या से रिकवर की गई 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति को पब्लिक सेक्टर के बैंकों को वापस कर दिया है.इसी तरह नीरव मोदी केस में वसूली गऊ 1,052 करोड़ रुपये की संपत् कोति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी बैंकों को वापस कर दिया गया है.
वित्त मंत्री के जवाब के अनुसार मेहुल चोकसी मामले वसूली गई 2,565 करोड़ रुपये की संपत्तियों को नीलाम किया जाएगा. वहीं, नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (NSEL) मामले में रिकवर संपत्तियों को धोखाधड़ी के शिकार निवेशकों को दे दिया गया है. उन्होंने बताया कि अब तक इस तरह के मामलों के पीड़ितों या दावेदारों को 22,280 करोड़ रुपये की संपत्तियां वापस की गई हैं.
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