नई दिल्ली:आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) में जल्द ही अल्जाइमर, डिमेंशिया, हार्ट फेलियर और अन्य बीमारियों के उपचार के लिए शामिल किया जा सकता है. यह बीमारियां मुख्य रूप से बुजुर्गों को प्रभावित करती हैं. वर्तमान में आयुष्मान भारत लगभग 25 हेल्थ पैकेज प्रदान करती है, जो बुजुर्गों की जरूरतों को पूरा करते हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, "सरकारी सूत्रों ने कहा कि नेशनल हेल्थ ओथॉरिटी आयुष्मान भारत के कार्यान्वयन करती है, ऐसे और पैकेज जोड़ने की दिशा में काम कर रही है, जो विशेष रूप से वृद्धावस्था या बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों से जुड़ी हैं, क्योंकि ऐसे लाभार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है. सरकार इस योजना का विस्तार करके 70 साल और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को शामिल करने का ऐलान पहले ही कर चुकी है"
बुजुर्गों में होने वाली बीमारियां
बता दें कि आयुष्मान भारत स्कीम का विस्तार कर वरिष्ठ नागरिकों को शामिल करने से संभावित रूप से 4.5 करोड़ परिवारों के लगभग छह करोड़ व्यक्तियों को लाभ होगा. घर के बुजुर्ग अक्सर स्ट्रोक, हार्ट फेल, कैंसर, अल्जाइमर और डेमेंटिया जैसी सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से प्रभावित होते हैं.मीडिया आउटलेट ने स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि वे इन बीमारियों और उनसे जुड़ी जटिलताओं के उपचार के लिए विशेष पैकेज की योजना बना रहे हैं.
5 लाख रुपये का सालाना हेल्थ कवर
गौरतलब है कि आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित स्वास्थ्य योजना है. इसे 2018 में 12.3 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों के 55 करोड़ व्यक्तियों को माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर देने के लिए पेश किया गया था. इस योजना के लिए वित्त पोषण केंद्र और राज्य सरकार 60:40 के अनुपात में साझा करती है.
आयुष्मान भारत योजना के तहत क्या कवर होता है?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की वेबसाइट के अनुसार उपचार से संबंधित सभी खर्च, जैसे कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद की लागत, एक पैकेज में शामिल हैं. स्पेसिफिक सर्जिकल पैकेजों का पेमेंट बंडल केयर के रूप में किया जाता है, जहां बीमाकर्ता/SHA द्वारा EHCP को एक ही सर्व-समावेशी पेमेंट करता है.