नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में गुरुवार को कैबिनेट की पहली मंजूरी में नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) को लागू करना शामिल है. AB-PMJAY को 2018 में लॉन्च किया गया था और दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ही ऐसे राज्य थे जिन्होंने अब तक इस योजना को नहीं अपनाया था. ओडिशा पिछले साल राज्य के राजनीतिक शासन में बदलाव के बाद इसमें शामिल हुआ और अब दिल्ली में भी इस साल सत्ता परिवर्तन हुआ.
कैबिनेट के फैसले के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछली सरकार ने दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना को रोक दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे पूरे देश में लागू किया और अब हमने इसे दिल्ली के लिए मंज़ूरी दे दी है." इस तरह पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र ऐसा राज्य रह गया है जिसने केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस योजना को लागू नहीं किया है.
दिल्ली सरकार द्वारा इसकी घोषणा किए जाने के एक दिन बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, “…आप सरकार ने अपनी संकीर्ण और स्वार्थी राजनीति के कारण दिल्ली की जनता को इस जन कल्याणकारी योजना से 10 साल तक दुर्भावनापूर्वक वंचित रखा, जिसके कारण लाखों दिल्लीवासी कठिन परिस्थितियों में अच्छे इलाज से वंचित रहे.”
AB-PMJAY क्या है?
AB-PMJAY दुनिया का सबसे बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम है. इसे जिसे 23 सितंबर, 2018 को लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों के आधार पर देश के 100 मिलियन गरीब और कमजोर परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये तक की राशि प्रदान करना है. यह ट्रीटमेंट कैशलेस है और इस योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र की सुविधाएं शामिल हैं.
दिल्ली के लिए क्या है इसके मायने?
अस्पतालों के डिस्ट्रिब्यूशन के मामले में दिल्ली बेहतर स्थिति में है - यहां कम से कम 20 सरकारी अस्पताल (केंद्र और राज्य दोनों) हैं - लेकिन यहां एक बेड ढूंढना एक कठिन काम है. यहां कुछ अस्पतालों में सर्जरी की तारीखें कभी-कभी सालों पहले निर्धारित की जाती हैं.हालांकि, निजी अस्पताल अक्सर सबसे अच्छा विकल्प होते हैं, लेकिन वे उन लोगों की पहुंच से बाहर हैं, जो अत्यधिक ट्रीटमेंट कोस्ट के कारण सरकारी अस्पतालों पर निर्भर हैं.
इस परिदृश्य में एबी-पीएमजेएवाई योजना लाखों गरीब और कमजोर व्यक्तियों को कुछ प्रमुख अस्पतालों सहित कॉर्पोरेट अस्पतालों में कैशलेस आधार पर चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंचने की संभावना प्रदान करती है.