श्रीनगर: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर देश के सभी राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों में तिरंगा झंडा फहराया गया. बात जम्मू कश्मीर की करें तो श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम से लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, आतंकवाद को खत्म करने पर जोर दिया. एलजी सिन्हा ने कहा पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को इलाके में पनपने नहीं दिया जाएगा.
78वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एलजी मनोज सिन्हा का संबोधन (ETV Bharat) एलजी ने कहा कि, जम्मू कश्मीर में जिला प्रशासन और सुरक्षा बल पड़ोसी देशों द्वारा इलाके में आतंकवाद को फिर से पनपने की किसी भी कोशिश को अनुमति नहीं देंगे. उन्होंने आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जम्मू के लोगों को सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया.
श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में बोलते हुए, एलजी ने पड़ोसी देशों द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फिर से पनपने के लिए चल रहे प्रयासों पर प्रकाश डाल. उन्होंने कहा, "हम जम्मू-कश्मीर में इन आतंकी मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देंगे." उन्होंने जम्मू के लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों के साथ एकजुट होने का आग्रह किया. सिन्हा ने पूरे क्षेत्र में आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता की सराहना की.
एलजी की यह टिप्पणी जम्मू क्षेत्र में हाल ही में आतंकी हमलों में वृद्धि के बीच आई है, जिसके कारण सुरक्षा बलों के कई जवान शहीद हुए हैं. बुधवार को डोडा के अस्सर में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में सेना का एक कैप्टन शहीद हो गया और वहीं एक विदेशी आतंकी को मार गिराया गया. सिन्हा ने कई वीरता पदक प्राप्त करने वाले जम्मू कश्मीर पुलिस की प्रशंसा भी की.
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पिछले पांच वर्षों में क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सिन्हा ने एससी, एसटी, ओबीसी, वाल्मीकि और पीओजेके-डब्ल्यूपीआर समुदायों का उल्लेख करते हुए कहा, "पहले हाशिए पर पड़े वर्ग, जो 70 वर्षों से अपने अधिकारों से वंचित थे, अब पहचाने जा रहे हैं और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं."
उन्होंने मई 2023 में श्रीनगर में G20 बैठक के बाद पर्यटन में आए उछाल पर भी प्रकाश डाला. पिछले साल 2.11 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर आए थे, जबकि इस साल 30 जून तक 1 करोड़ से अधिक सैलानी केंद्रशासित प्रदेश में घुमने के लिए पहुंचे. साथ ही उन्होंने साल के अंत तक रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद जताई. एलजी ने घोषणा की कि अमरनाथ गुफा मंदिर और गुरेज को पहली बार बिजली ग्रिड से जोड़ा गया है और साल के अंत तक जम्मू-कश्मीर औद्योगिक नीति को नवीनीकृत करने की योजना का उल्लेख किया. उन्होंने भारत सरकार से नई नीति को और अधिक उद्योग-अनुकूल बनाने का अनुरोध किया. सिन्हा ने बताया कि जम्मू कश्मीर बैंक, जो कभी घाटे में था, अब एक लाभदायक संस्था है, और इसके "लोगों के बैंक" में बदलने पर जोर दिया.
अपने भाषण में, एलजी ने जम्मू कश्मीर पुलिस, सेना और अन्य बलों के बलिदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया. उन्होंने इन नायकों को सम्मानित करने के लिए "बलिदान सीतांभ" के उद्घाटन की घोषणा की. उन्होंने पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर की प्रगति की वैश्विक मान्यता पर भी प्रकाश डाला, जिसमें संसदीय चुनावों में 54.5 फीसदी मतदान और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उल्लेख किया गया.
सिन्हा ने आतंकवाद में उल्लेखनीय गिरावट का उल्लेख करते हुए सभी से समृद्धि की दिशा में काम करने का आग्रह किया. एलजी सिन्हा ने पाकि्स्तान प्रायोजित आतंकवाद की आलोचना करते हुए कहा कि, उनके पास अपने लोगों को खिलाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है लेकिन भारत जैसे देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है. एलजी ने प्रशासन में पारदर्शिता, विस्थापित कश्मीरी पंडितों को वापस लाने के प्रयासों और राजकोषीय प्रबंधन में सुधार के महत्व पर जोर दिया, जिसने क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद को दोगुना कर दिया है.
एलजी सिन्हा ने किसानों की सहायता के लिए 2,000 से अधिक "खिदमत घर" की स्थापना और एकीकृत कृषि समूहों के निर्माण की घोषणा की. सिन्हा ने औद्योगिक क्रांति में क्षेत्र की भागीदारी पर प्रकाश डाला, जिसमें जम्मू-कश्मीर स्टार्टअप नीति के तहत 850 से अधिक स्टार्टअप पंजीकृत हैं और महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए 1.5 मिलियन से अधिक स्वयं सहायता समूह और सहकारी समितियां स्थापित की गई हैं. उन्होंने 1.27 लाख कारीगरों के सशक्तीकरण का उल्लेख किया और मैकडैमाइज्ड सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दी, जिसका लक्ष्य वर्ष के अंत तक कश्मीर को कन्याकुमारी से ट्रेन से जोड़ना है.
गलत सूचनाओं को संबोधित करते हुए, एलजी ने बिजली दरों में वृद्धि के दावों का खंडन किया और जल्द ही सातों दिन 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का वादा किया. उन्होंने एक प्रौद्योगिकी-संचालित और डेटा-केंद्रित शिक्षा प्रणाली, रिकॉर्ड-तोड़ पर्यटन और जम्मू-कश्मीर में फिल्म उद्योग के पुनरुत्थान पर जोर दिया, जिसमें पिछले तीन वर्षों में घाटी में 300 से अधिक फिल्में और वेब सीरीज शूट की गई हैं. सिन्हा ने खेल में क्षेत्र की उपलब्धियों की सराहना करते हुए और जम्मू-कश्मीर को आत्मनिर्भर बनाने में सामूहिक जिम्मेदारी का आह्वान करते हुए अपने भाषण को समाप्त किया.
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