तिरुवनंतपुरम:केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र में बुधवार को हुए उपचुनाव में 64.72 प्रतिशत मतदान हुआ. 2009 में इस निर्वाचन क्षेत्र की स्थापना के बाद से यह सबसे कम मतदान प्रतिशत है. वायनाड लोकसभा क्षेत्र के गठन के बाद 2009 में पहला आम चुनाव हुआ था, जिसमें 74.14 फीसदी मतदान हुआ था. इसके बाद 2014 में 73.25 प्रतिशत मतदान हुआ था.
इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनाव में यहां 72.92 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 में जब राहुल गांधी ने पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ा था, तब यह 80.33 प्रतिशत था. हालांकि, जब 2024 में मतदान घटकर 73.57 प्रतिशत रह गया था.2019 के चुनाव की तुलना में मतदान में 7 प्रतिशत की कमी आई.
यह उपचुनाव विपक्षी नेता राहुल गांधी के सीट खाली करने के बाद हुआ. फिलहाल वह उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से सांसद हैं. उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने यूडीएफ उम्मीदवार के रूप में इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ा. प्रियंका को संसद पहुंचाने के लिए यूडीएफ के वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने वायनाड में अभियान का नेतृत्व किया, लेकिन इसका कोई असर मतदान प्रतिशत में देखने को नहीं मिला.
आम चुनाव की तुलना में 8.85 प्रतिशत कम मतदान
कांग्रेस महासचिव प्रियंका के चुनाव लड़ने के बावजूद वायनाड उपचुनाव में मतदान में भारी गिरावट देखी गई और महज 64.72 प्रतिशत ही मतदान हुआ. पिछले आम चुनाव की तुलना में इस बार 8.85 प्रतिशत की कमी आई है. पिछले आम चुनाव में 14,64,472 वोटों में से 10,74,623 वोट बूथ तक पहुंचे थे, जबकि इस बार कुल 14,71,742 वोटों में से केवल 9,52,543 वोट ही पोल तक गए.