भीषण गर्मी के बीच बेंगलुरु में बढ़ी केले के पत्तों की डिमांड, जानिए वजह - banana leaves demand increased
banana leaves demand increased : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में केले के पत्तों की डिमांड बढ़ गई है. इसके पीछे कारण ये है कि यहां पानी की किल्लत है. ऐसे में होटलों और फूड स्टॉलों पर डिस्पोजल थालियों के रूप में केले के पत्ते का इस्तेमाल हो रहा है.
बेंगलुरु:सिलिकॉन सिटी में भीषण गर्मी के बीच पीने के पानी और ताजे पानी की समस्या के बाद केले के पत्तों की मांग बढ़ गई है. राजधानी के कई हिस्सों में पानी की कमी के कारण कई होटल और सार्वजनिक स्थानों पर लगे फूड स्टॉल स्टील की थालियों की जगह केले के पत्तों का सहारा ले रहे हैं. ऐसे में 3 रुपये में मिलने वाले केले के पत्ते की कीमत 13 रुपये तक पहुंच गई है.
3 से छह रुपये में बिक रहा छोटा पत्ता
शहर में पानी की कमी के कारण पानी के टैंकर की कीमत आसमान छू रही है. पानी के उपयोग के विकल्प के रूप में लोग डिस्पोजेबल प्लेटों और कपों की ओर रुख कर रहे हैं.
बड़ा पत्ता 8 से 10 रुपये में बिक रहा
इस बीच, शहर में केले के पत्तों की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि पारंपरिक भोजन शैली केले के पत्तों का उपयोग भोजन के लिए किया जा रहा है. इसके साथ ही आपूर्ति में गिरावट चिंता का कारण है.
डिस्पोजेबल प्लेटों की भी बिक्री बढ़ी :शहर के मल्लेश्वर, केआर बाजार और चामराजपेट बाजारों में केले के पत्तों की भारी मांग है. केले के पत्तों और डिस्पोजेबल प्लेटों की बिक्री में 40% से अधिक की वृद्धि हुई है.
राज्य के विभिन्न तालुकों और पड़ोसी राज्यों से केले के पत्ते लाए जा रहे हैं. इसकी आपूर्ति मुख्य रूप से चामराजनगर, मैसूर, तमिलनाडु, इंदुपुर और कडप्पा से की जाती है. कारोबारी कह रहे हैं कि मौजूदा मांग को पूरा करने के लिए आपूर्ति पर्याप्त नहीं है.
खाना परोसने के लिए हो रहा इस्तेमाल
3 से 6 रुपये में बिक रहा छोटा पत्ता :केले का एक पत्ता 3 से 6 रुपये और बड़ा पत्ता 8 से 10 रुपये में बिक रहा. कीमत पत्तों के आकार पर तय हो रही है. मल्लेश्वर में पत्ता विक्रेता सुनील ने बताया कि 'पिछले एक माह से हम एक पत्ता 9 से 13 रुपये तक बेच रहे हैं. छह पत्तों के एक सेट के लिए 70 रुपये ले रहे हैं.'