देहरादूनःउत्तराखंड एसटीएफ ने सोशल मीडिया साइट्स में विज्ञापनों के जरिए ऑनलाइन ट्रेडिंग कर अधिक मुनाफा कमाने का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया है कि साइबर ठग अभी तक 1.4 करोड़ की ठगी कर चुका है. साइबर ठग से कई सिमकार्ड्स, बैंक पासबुक और चेक बुक बरामद हुई है.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, नैनीताल निवासी ने 18 जून को शिकायत दर्ज कराई थी कि पीड़ित को एक शख्स ने एक व्हाट्सअप ग्रुप में जोड़ा था. ग्रुप के जरिए स्टॉक इन्वेस्टमेंट के जरिए ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर एप्लीकेशन डाउनलोड कर इंवेस्ट करने के लिए बताया गया. इसके बाद इस एप्लीकेशन में लगभग 90 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा कराई गई. साइबर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए छानबीन शुरू की.
साइबर क्राइम पुलिस ने साइगर गिरोह द्वारा प्रयोग किए गए बैंक खातों, मोबाइल नंबर, जीमेल अकाउंट, व्हाट्सएप की जानकारी के लिए संबंधित बैंकों, सर्विस प्रदाता कंपनी मेटा और गूगल कंपनियों से डेटा प्राप्त किया. प्राप्त डेटा की जानकारी में सामने आया कि साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए दूसरे व्यक्तियों के नाम से जारी सिम कार्ड और बैंक खातों का प्रयोग किया है.
एसटीएफ की जांच में सामने आया कि भवतिका हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड नाम से रजिस्टर्ड फर्म संचालन करने की आड़ में सरगना स्थानीय लोगों को इलाज के लिए नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध कराने का हवाला देकर ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम करता है. इस पर उत्तराखंड एसटीएफ ने दिल्ली से गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया. एसटीएफ ने सरगना के कब्जे से एक मोबाइल, 6 चेक बुक, 6 पासबुक, बैंक चेक, 6 डेबिट कार्ड, अलग-अलग कंपनी के 33 सिम कार्ड, फर्जी मुहर और पेमेंट के लिए क्यूआर स्केनर आदि सामान बरामद किया. साइबर पुलिस की जांच पड़ताल में आरोपी के मोबाइल फोन में कई ईमेल एकाउंट, बैंक खाते, फर्जी फर्म और कंपनियों के नाम, फोटो और दस्तावेज बरामद हुए हैं.