महाराष्ट्र: प्रेम के जाल में फांसकर करते थे लाखों रुपये की वसूली, पुलिस ने दो महिलाओं समेत चार को दबोचा - Honey Trap Gang Arrated
Honey Trap Gang Arrated in Maharashtra, महाराष्ट्र पुलिस ने हनी ट्रैप कर डॉक्टर से लाखों रुपये ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है.
पुणे: महाराष्ट्र में बारामती पुलिस ने एक गैंग का भंडाफोड़ किया है, जिसने एक डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाकर उससे लाखों रुपये की ठगी की. पुलिस ने आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. जानकारी यह भी सामने आई कि रंगदारी मांगने वालों ने डॉक्टर की पिटाई भी की थी. पुलिस ने बताया कि यह गैंग हनीट्रैप की मदद से लोगों को फंसाता था और अपहरण कर उनसे रुपयों की ठगी करता था.
सहायक पुलिस निरीक्षक राहुल घुगे ने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस टीम ने इस गिरोह की 2 महिलाओं और 2 पुरुषों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ज्योति कदम, अंकिता भोसले, नीलेश बनसोडे और चेतन गायकवाड़ के तौर पर हुई है. आरोप है कि इन सभी ने बारामती के एक डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाया और उससे 10 लाख का चेक ले लिया.
आरोपियों में से एक महिला ज्योति कदम ने बारामती के एक डॉक्टर को चेकअप के लिए बुलाया. जब डॉक्टर उससे मिला तो उसने डॉक्टर को अपने प्रेम जाल में फंसाया और उसे अपने साथ लॉज में चलने को कहा. लेकिन जब डॉक्टर ने कहा कि वह उसके साथ लॉज में नहीं जाएगा, तो वे नाश्ते के लिए बारामती के एक होटल में चले गए.
नाश्ता खत्म करने के बाद जब डॉक्टर और महिला आरोपी ज्योति कदम आपस में बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान आरोपी महिला के साथी कुख्यात गैंगस्टर सतीश सूर्यवंशी, समीर सैयद, चेतन गायकवाड़, रामहरि चितलकर और अंकिता भोसले कार से आए और डॉक्टर की पिटाई कर दी. उन्होंने फिरौती के लिए डॉक्टर का अपहरण कर लिया. उन्होंने उसे ब्लैकमेल कर 10 लाख रुपये की मांग की.
जब डॉक्टर ने उन्हें रुपये देने से इनकार कर दिया तो आरोपियों ने डॉक्टर को बुरी तरह पीटा. उन सभी ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी, तो डॉक्टर उन्हें छह लाख रुपये देने पर सहमत हो गया. डॉक्टर ने आरोपियों से कहा कि वह उन्हें अगले दिन चेक दे देगा, जिसके बाद उन्होंने उसे जाने दिया. बुधवार की सुबह पीड़ित डॉक्टर ने बारामती थाने आकर पुलिस को घटना के बारे में बताया.