नई दिल्ली: अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में अमेरिकी हाउस की पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी भी शामिल हैं. अमेरिकी सांसदों के समूह का नेतृत्व हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (संसन के निचले सदन) की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष माइकल मैककॉल कर रहे हैं. अन्य सांसदों में मैरिएनेट मिलर, ग्रेगरी मीक्स, निकोल मैलियोटाकिस, जिम मैकगवर्न और एमी बेरा शामिल हैं.
चीन ने अमेरिकी सांसदों के धर्मशाला दौरे पर नाराजगी जताई है और चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका तिब्बत को लेकर अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान नहीं करेगा तो बीजिंग सख्त कदम उठाएगा. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन चियान ने कहा कि दलाई लामा सिर्फ धार्मिक व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि वह धर्म की आड़ में अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं, जो चीन विरोध है. लिन ने कहा कि बीचिंग अपनी सुरक्षा, संप्रभुता और विकास के हितों की रक्षा करने के लिए कठोर कदम उठाएगा.
नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने अमेरिकी सांसदों के धर्मशाला दौरे को लेकर बयान जारी किया है. जिसमें अमेरिका से अपील की गई है कि वह दलाई लामा की चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियों को समझे और तिब्बत को लेकर बीजिंग से की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान करे. साथ ही तिब्बत को लेकर भ्रम फैलाना बंद करे.