मेरठः दिल्ली और एनसीआर में बढ़े वायु प्रदूषण का असर यूपी के स्कूलों पर भी पड़ने लगा है. मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, बागपत, गाजियाबाद और नोएडा पाॅल्युशन, धुंध की चपेट में हैं. दिन में धुंध छाने से बच्चे-बुजुर्ग सबको दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए प्रदेश के पांच जिलों में 12वीं तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं. प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में पहले से ही स्कूलों में छुट्टी चल रही है, अब बागपत, मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर जिला प्रशासन ने भी एहतियातन कदम उठाते हुए 12वीं तक के स्कूल अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश दे दिए हैं.
बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सरकारों को जमकर फटकार लगाई थी. इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने रविवार को नौवीं क्लास तक के सभी स्कूलों को बंद करने और ऑनलाइन क्लासेज करने का आदेश दिया था.
इन जिलों के डीएम ने जारी किया आदेशः मेरठ में भी डीएम दीपक मीणा ने कक्षा एक से 12वीं तक के बच्चों की छुट्टी के आदेश जारी कर दिया है. इतना हीं नहीं सोमवार को दिन भर धुंध और कोहरा छाया रहा. वहीं, एयर क्वालिटी इंडेक्स भी खतरनाक स्टेज पर था. मेरठ के डीएम डीएम दीपक मीणा ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट और शासन के आदेश पर जिले के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया गया है. वहीं, बागपत, हापुड़ व बुलंदशहर के डीएम की ओर से स्कूल बंद करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं.
ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी: उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन क्लास संचालित होंगी. डीएम दीपक मीणा ने बताया कि मेरठ जिले प्रदूषण नियंत्रण के लिए ग्रैप-4 लागू कर दिया गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के खतरनाक स्तर तक पहुंचने के चलते कक्षा-12 वीं तक के स्कूलों की छुट्टी का फैसला लेना पड़ा है. डीएम ने संबंधित विभाग के बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विधालय निरीक्षक को इस आदेश को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिए हैं.