गुवाहाटी: देश आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस बीच प्रतिबंधित उग्रवादी समूह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट उल्फा आई ने एक चौंकाने वाला बयान जारी किया. उग्रवादी संगठन की ओर से जारी बयान में दावा किया गया कि पूरे असम में 19 जगहों पर बम लगाए थे, लेकिन तकनीकी त्रुटि के कारण बम विस्फोट नहीं हुए.
उल्फा-आई ने गुरुवार को एक बयान जारी कर खुलासा किया कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपना विरोध जताने के लिए असम के विभिन्न 19 स्थानों पर बम लगाए थे. हालांकि 'तकनीकी त्रुटि' के कारण इन्हें विस्फोटित नहीं किया जा सका. म्यांमार स्थित उग्रवादी संगठन ने इस बारे में एक बयान जारी करते हुए उन जगहों के नाम भी जारी किए हैं, जहां बम रखे गए थे. साथ ही स्थानीय लोगों से उन्हें निष्क्रिय करने के लिए कहा है. बयान में दावा किया गया है कि इनमें से आठ बम अकेले गुवाहाटी में लगाए गए थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले ही असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर सक्रिय उल्फा-आई द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले क्षेत्र में हमला करने की योजना की आशंका जताई थी. ऊपरी असम क्षेत्र उल्फा-आई का गढ़ माना जाता है. पुलिस अधिकारी ने खुफिया इनपुट का हवाला देते हुए इसकी आशंका जताई थी. इस इनपुट के मद्देनजर प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. राज्य पुलिस, सेना और अन्य अर्धसैनिक बल उल्फा-आई कैडरों को बेअसर करने के लिए तत्पर है. राज्य और केंद्र सरकार दोनों प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन द्वारा किसी भी संभावित हमले को विफल करने के लिए प्रयासरत है.