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महाकाल नगरी में शिप्रा नदी बनी 'गंदा नाला' तो कांग्रेस नेता चहक चहक कर लगाने लगे डुबकी, वीडियो - Ujjain Shipra highly polluted - UJJAIN SHIPRA HIGHLY POLLUTED

उज्जैन में शिप्रा नदी की बदहाली अक्सर सुर्खियों में रहती है. एक बार फिर सीवरेज लाइन फटने से गंदे नालों की गंदगी शिप्रा में मिली. विरोध स्वरूप उज्जैन लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने शिप्रा में गंदे पानी में डुबकी लगाई. महेश परमार ने शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.

Ujjain Shipra highly polluted
गंदे नाले में तब्दील शिप्रा कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने लगाई डुबकी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 23, 2024, 3:49 PM IST

Updated : Apr 23, 2024, 4:39 PM IST

सीवरेज लाइन फटने से नालों की गंदगी शिप्रा नदी में मिली

उज्जैन।मोक्षदायिनी शिप्रा नदी को संवारने के लिए राज्य सरकार करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा करती है. नदी के शुद्धिकरण के लिए प्रोजेक्ट बनाए गए लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. शिप्रा में गंदे नालों का पानी आकर मिलता है. देशभर से बाबा महाकाल के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु शिप्रा में स्नान करने आते हैं लेकिन नदी का पानी इतना प्रदूषित रहता है कि लोग नाक-मुंह सिकोड़कर किसी प्रकार स्नान की औपचारिकता करते हैं. सोमवार रात फिर सीवरेज लाइन फूटी और सारी गंदगी शिप्रा में मिल गई. यहां तक कि घाटों पर भी चारों ओर गंदगी फैल गई.

प्रदूषित शिप्रा में डुबकी लगाने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार

सीवरेज लाइन का गंदा पानी शिप्रा में मिला

सीवरेज लाइन का हजारों गैलन गंदा पानी शिप्रा में मिल गया. शिप्रा की बदहाली को लेकर उज्जैन लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार आक्रामक हो गए. उन्होंने मंगलवार को शिप्रा नदी में गंदे नाले के पानी में डुबकी लगाई. महेश परमार ने जिला प्रशासन के साथ नगर निगम प्रशासन पर आरोपों की बौछार की. महेश परमार ने कहा "उज्जैन कलेक्टर इस पानी को शुद्ध बता रहे हैं. कलेक्टर बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं. इनकी शिकायत चुनाव आयोग में की जाएगी. 20 साल से ज्यादा समय से प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. लेकिन मां शिप्रा की साफ नहीं किया जा सका."

शिप्रा में गंदे नाले मिलने के बाद विरोध करते कांग्रेस के महेश परमार

शिप्रा की शुद्धिकरण के नाम पर बेतहाशा भ्रष्टाचार

कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा "नगर निगम में बीजेपी की सरकार है. सांसद बीजेपी का है. अब तो मुख्यमंत्री भी यहां से हैं. इतने सालों में शिप्रा एक भी बार शुद्ध नहीं हो पाई. करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा बीजेपी सरकार करती है. लेकिन शिप्रा बदहाली पर आंसू बहा रही है. शिप्रा की शुद्धिकरण के नाम पर बेतहाशा भ्रष्टाचार हुआ है. आज तक शिप्रा को गंदे नालों से मोक्ष नहीं मिल पा रहा है. शिप्रा में गंदे नाले मिलने से श्रद्धालु स्नान करने से कतरा रहे हैं, क्योंकि यहां बदबू आने लगी है."

शिप्रा के घाट पर नालों की गंदगी में बैठ कर विरोध करते कांग्रेस नेता

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सीवरेज लाइन फटने शिप्रा बेहद गंदी

बता दें कि इंदौर से मिलने वाले कान्ह नदी के नाले और उज्जैन शहर के गंदे पानी के नाले को सीवरेज लाइन के माध्यम से शिप्रा नदी से दूर रखने के लिए करोड़ों रुपए की योजना बनाई गई. पाइपलाइन डाली गई लेकिन इसके बावजूद पाइपलाइन अक्सर फूट जाती है. इससे इतर भी शिप्रा में लगातार गंदे नाले मिल रहे हैं. सोमवार रात को एक बार फिर शिप्रा के घाट पर सीवरेज लाइन ओवर हो जाने के कारण फट गई और गंदा पानी शिप्रा में मिलने लगा.

Last Updated : Apr 23, 2024, 4:39 PM IST

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